डाक विभाग डिजिटल रूपांतरण की ओर बढ़ रहा है: ज्योतिरादित्य सिंधिया
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को भारतीय डाक विभाग के डिजिटल रूपांतरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि विभाग एक व्यवसाय प्रक्रिया पुनर्गठन (BPR) अभ्यास से गुजर रहा है, जो उसे भविष्य में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर संक्रमण करने में मदद करेगा। यह बदलाव विभाग को विशेष रूप से ई-कॉमर्स के क्षेत्र में नए अवसरों को पहचानने और उसे अपने फायदेमंद रूप में बदलने में सक्षम बनाएगा।
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को भारतीय डाक विभाग के डिजिटल रूपांतरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि विभाग एक व्यवसाय प्रक्रिया पुनर्गठन (BPR) अभ्यास से गुजर रहा है, जो उसे भविष्य में डिजिटल प्लेटफॉर्म पर संक्रमण करने में मदद करेगा। यह बदलाव विभाग को विशेष रूप से ई-कॉमर्स के क्षेत्र में नए अवसरों को पहचानने और उसे अपने फायदेमंद रूप में बदलने में सक्षम बनाएगा।
ई-कॉमर्स की ओर बढ़ने की तैयारी
भारतीय डाक एवं दूरसंचार लेखा और वित्त सेवा के 50वें स्थापना दिवस के अवसर पर सिंधिया ने कहा, "हमारा विभाग डिजिटल होने जा रहा है। हम एक व्यवसाय प्रक्रिया पुनर्गठन अभ्यास से गुजर रहे हैं, जिसके तहत हम आने वाले दिनों में खुद को एक लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन में बदल देंगे। इस बदलाव के साथ हम ई-कॉमर्स के क्षेत्र में नेतृत्व करने के लिए तैयार हो जाएंगे।" उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह डिजिटल परिवर्तन डाक विभाग को दुनिया के पहले लॉजिस्टिक्स दाता के रूप में स्थापित करने का अवसर प्रदान करेगा, खासकर ई-कॉमर्स उद्योग के विस्तार को देखते हुए। सिंधिया ने कहा कि अब डाक सेवा केवल पत्रों और पार्सल तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि यह एक बड़ा और अधिक उन्नत लॉजिस्टिक्स नेटवर्क बनेगा जो विश्व स्तर पर काम करेगा।
डाक विभाग को नई पहचान
डाक विभाग के इस रूपांतरण का मुख्य उद्देश्य न केवल ई-कॉमर्स के तेजी से बढ़ते क्षेत्र को पकड़ना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि विभाग अपने पुराने ढांचे से बाहर निकले और नई तकनीकियों का उपयोग करते हुए वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति मजबूत बनाए। मंत्री ने यह भी कहा कि यह बदलाव डाक सेवा को एक नई पहचान देगा और उसे जनता की सेवा में और अधिक सशक्त बनाएगा। सिंधिया ने भारतीय डाक सेवा की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि यह विभाग हमेशा से ही जनसेवा का प्रतीक रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में डाक सेवाएं न केवल लोगों को जोड़ने का काम करती हैं, बल्कि यह आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
उल्लेखनीय है कि डाक विभाग पहले ही कई डिजिटल पहलों पर काम कर रहा है, जैसे कि ऑनलाइन पैकेज ट्रैकिंग और डिजिटल भुगतान सेवाएं। आगामी बदलाव से उम्मीद की जा रही है कि विभाग तकनीकी दृष्टि से और अधिक सशक्त होगा और इसके परिणामस्वरूप नागरिकों को अधिक सुविधाजनक और तेज सेवाएं मिलेंगी।
सिंधिया ने इस अवसर पर भारतीय डाक विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों की सराहना की और उनके योगदान को मान्यता दी। उन्होंने कहा कि विभाग की सफलता का श्रेय उसके कर्मठ कर्मचारियों को जाता है, जो हर परिस्थिति में उत्कृष्ट सेवा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस बदलाव के साथ भारतीय डाक सेवा, डिजिटल युग में अपनी उपस्थिति और प्रभाव को और भी मजबूत करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाएगी।
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