हेमंत सोरेन के हेलीकॉप्टर को रोके जाने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र, निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हेलीकॉप्टर को रोके जाने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक पत्र लिखते हुए इस घटना पर आपत्ति जताई और उचित कार्रवाई की मांग की। पार्टी ने इस कदम को राज्य सरकार के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन बताते हुए इसे राजनीतिक प्रतिशोध का मामला करार दिया।
घटना का विवरण
हाल ही में हेमंत सोरेन के हेलीकॉप्टर को असम में रोका गया था, जिसके कारण उन्हें असम के डिब्रूगढ़ में अचानक लैंड करना पड़ा। घटना उस समय हुई जब मुख्यमंत्री किसी निजी दौरे पर असम से झारखंड वापस लौट रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेमंत सोरेन का हेलीकॉप्टर बिना किसी विशेष कारण के कुछ समय के लिए रोका गया, जिससे उनकी यात्रा बाधित हुई। इस घटनाक्रम से न सिर्फ मुख्यमंत्री की सुरक्षा पर सवाल उठे, बल्कि इसे एक गंभीर मुद्दे के रूप में भी देखा गया।
JMM ने क्या कहा?
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे गए अपने पत्र में इस घटना को लेकर नाराजगी जताई और कहा कि मुख्यमंत्री के साथ इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है। पार्टी का कहना है कि राज्य के मुख्यमंत्री के साथ इस तरह का बर्ताव संवैधानिक व्यवस्था का उल्लंघन है और इसे सहन नहीं किया जा सकता। JMM ने राष्ट्रपति से मामले की पूरी जांच कराए जाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
राजनीतिक विवाद का आरोप
JMM ने इस घटना को राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से प्रेरित बताया है। पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर को रोके जाने के पीछे राजनीतिक कारण हो सकते हैं, जो कि असम और झारखंड की राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए गंभीर आरोप हैं। पार्टी ने इसे राज्य के मुख्यमंत्री का अपमान बताया और कहा कि ऐसी घटनाएं राज्य की स्वायत्तता पर हमला हैं।
राष्ट्रपति से की गई मांग
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि इस घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में किसी भी मुख्यमंत्री या उच्च पदाधिकारी के साथ ऐसा दुर्व्यवहार न हो। पार्टी ने यह भी मांग की कि राज्य सरकारों और उनके अधिकारियों की सुरक्षा और सम्मान को बनाए रखने के लिए उचित कदम उठाए जाएं।
इसके प्रभाव
यह घटना राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है। झारखंड में JMM और विपक्षी पार्टियों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंध हैं, और इस घटना के बाद राज्य में राजनीतिक गर्माहट और बढ़ सकती है। JMM समर्थकों में इस घटना को लेकर नाराजगी है, और पार्टी इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता बढ़ाने की कोशिश कर रही है।
इस तरह, JMM ने इस घटना को लेकर अपनी नाराजगी को राष्ट्रपति तक पहुंचाया है और जल्द ही मामले में कार्रवाई की उम्मीद जताई है।
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