उत्तर प्रदेश में महिला पुलिसकर्मियों के बदहाल शौचालय सुविधाओं का मामला विधान परिषद में उठाया गया
उत्तर प्रदेश में महिला पुलिसकर्मियों के लिए अपर्याप्त शौचालय सुविधाओं का मुद्दा मंगलवार को विधान परिषद में जोरशोर से उठाया गया। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के सदस्य विजय बहादुर पाठक और दिनेश कुमार गोयल ने महिला पुलिसकर्मियों के लिए शौचालयों की कमी की ओर ध्यान आकर्षित किया और इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा की मांग की।
लखनऊ, 18 दिसंबर 2024: उत्तर प्रदेश में महिला पुलिसकर्मियों के लिए अपर्याप्त शौचालय सुविधाओं का मुद्दा मंगलवार को विधान परिषद में जोरशोर से उठाया गया। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के सदस्य विजय बहादुर पाठक और दिनेश कुमार गोयल ने महिला पुलिसकर्मियों के लिए शौचालयों की कमी की ओर ध्यान आकर्षित किया और इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा की मांग की।
महिलाओं की बड़ी समस्या
पाठक और गोयल ने राज्य सरकार से मांग की कि महिला पुलिसकर्मियों की कार्यस्थलों पर शौचालय सुविधाओं को जल्द से जल्द उचित रूप से सुनिश्चित किया जाए। उनका कहना था कि यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दा है, क्योंकि महिला पुलिसकर्मियों को अक्सर अपने कार्यस्थलों पर शौचालय सुविधाओं के अभाव का सामना करना पड़ता है, जो उनके कार्यों को प्रभावित कर सकता है और उनके स्वास्थ्य एवं सुरक्षा पर प्रतिकूल असर डाल सकता है।
जल्द हो समाधान
विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने इस मुद्दे पर संज्ञान लेते हुए सरकार को त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सभापति ने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों के लिए शौचालय सुविधाओं की उपलब्धता राज्य सरकार के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए और इस संबंध में तुरंत कदम उठाए जाएं। सिंह ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी पुलिस थानों और महिला पुलिसकर्मियों के कार्यस्थलों पर आवश्यक शौचालय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
इस मुद्दे के उठने के बाद, विधान परिषद में इस पर चर्चा की उम्मीद जताई जा रही है, और राज्य सरकार से आश्वासन दिया गया है कि वह इस विषय पर शीघ्र कार्रवाई करेगी। महिला पुलिसकर्मियों के लिए शौचालय सुविधाओं का अभाव एक संवेदनशील मामला बन चुका है, और अब यह सरकार के लिए एक अहम चुनौती बन गया है।
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