बिजली विभाग लाने जा रहा है बड़ा बदलाव, स्मार्ट मीटर होंगे प्री-पेड
बिजली विभाग अब अपने उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ा बदलाव करने जा रहा है। वर्तमान में जो स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के घरों में लगाए जा रहे हैं, वे अभी पोस्ट पेड हैं, लेकिन आने वाले कुछ महीनों में इन स्मार्ट मीटरों को प्री-पेड में बदल दिया जाएगा। इसका मतलब यह होगा कि उपभोक्ताओं को जितनी बिजली की जरूरत होगी, वह उतनी बिजली के लिए पहले रिचार्ज कर सकेंगे, ठीक वैसे ही जैसे मोबाइल फोन में रिचार्ज किया जाता है।
बिजली विभाग अब अपने उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ा बदलाव करने जा रहा है। वर्तमान में जो स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के घरों में लगाए जा रहे हैं, वे अभी पोस्ट पेड हैं, लेकिन आने वाले कुछ महीनों में इन स्मार्ट मीटरों को प्री-पेड में बदल दिया जाएगा। इसका मतलब यह होगा कि उपभोक्ताओं को जितनी बिजली की जरूरत होगी, वह उतनी बिजली के लिए पहले रिचार्ज कर सकेंगे, ठीक वैसे ही जैसे मोबाइल फोन में रिचार्ज किया जाता है।
कब से लागू होगा यह बदलाव?
यह बदलाव अगले छह से आठ महीनों के अंदर लागू हो जाएगा। स्मार्ट मीटर जो अभी पोस्ट पेड हैं, उन्हें प्री-पेड मीटर में बदला जाएगा। इस बदलाव के बाद उपभोक्ताओं को अपनी बिजली की खपत के हिसाब से रिचार्ज करना होगा और उतने पैसे का रिचार्ज करने पर ही वह उतनी बिजली का उपभोग कर पाएंगे। यह व्यवस्था मध्यांचल क्षेत्र के 19 जिलों के 94 लाख उपभोक्ताओं पर लागू होगी।
स्मार्ट मीटर से मोबाइल वाली व्यवस्था
इस बदलाव के तहत, मीटर एजेंसियां अपनी पूरी व्यवस्था को विकसित कर लेंगी, ताकि उपभोक्ता मोबाइल की तरह स्मार्ट मीटर का इस्तेमाल कर सकें। उपभोक्ताओं को पहले रिचार्ज करना होगा और फिर वह अपनी खपत के हिसाब से बिजली का उपभोग करेंगे। यह व्यवस्था बिजली उपभोक्ताओं के लिए काफी सुविधाजनक साबित हो सकती है, क्योंकि अब वे अपनी जरूरत के हिसाब से अपनी बिजली की खपत को नियंत्रित कर सकेंगे और बिलों के बढ़ने की चिंता नहीं रहेगी।
क्यों हो रहा है यह बदलाव?
बिजली विभाग का कहना है कि यह कदम उपभोक्ताओं को बिजली की खपत पर नियंत्रण देने और बिलों के भुगतान में पारदर्शिता लाने के लिए उठाया गया है। प्री-पेड व्यवस्था से उपभोक्ताओं को यह सुविधा मिलेगी कि वे अपनी सुविधानुसार बिजली का उपभोग कर सकेंगे, और उनके लिए बिलों में कोई अन्य वृद्धि नहीं होगी। इसके अलावा, यह बदलाव विभाग को भी बिल कलेक्शन प्रक्रिया को और भी आसान और पारदर्शी बनाने में मदद करेगा।
क्या हैं फायदे?
इस नई व्यवस्था से उपभोक्ताओं को बिजली बिलों के बारे में पूर्वानुमान लगाने में मदद मिलेगी, क्योंकि वे पहले ही रिचार्ज कर सकेंगे और बाद में अपनी खपत के अनुसार बिजली का उपयोग कर पाएंगे। साथ ही, यह बदलाव बिजली चोरी को भी रोकने में मदद करेगा, क्योंकि उपभोक्ता पहले से अपनी खपत के अनुसार रिचार्ज करेंगे और अधिक खपत पर उनका ध्यान होगा।
निष्कर्ष
स्मार्ट मीटर को प्री-पेड में बदलने का यह कदम बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक नई सुविधा लेकर आएगा। इससे न केवल बिजली खपत को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, बल्कि बिजली विभाग को भी बिल भुगतान की प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुविधा मिलेगी। यह बदलाव आने वाले महीनों में पूरी तरह से लागू हो जाएगा, और इसके बाद उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर के जरिए एक नई, बेहतर और अधिक सुविधाजनक बिजली सेवा का अनुभव होगा।
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