हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का निधन, राजनीतिक नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय राजनीति के प्रमुख नेता ओम प्रकाश चौटाला का शुक्रवार को 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। चौटाला का निधन दिल का दौरा पड़ने के बाद हुआ। उन्हें गुरुग्राम स्थित उनके घर पर अचानक दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, चिकित्सा टीम की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके निधन से राज्य और देश की राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई है।
हरियाणा, 21 दिसंबर: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय राजनीति के प्रमुख नेता ओम प्रकाश चौटाला का शुक्रवार को 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। चौटाला का निधन दिल का दौरा पड़ने के बाद हुआ। उन्हें गुरुग्राम स्थित उनके घर पर अचानक दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, चिकित्सा टीम की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके निधन से राज्य और देश की राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई है।
पाँच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे थे चौटाला
ओम प्रकाश चौटाला ने हरियाणा की राजनीति में लंबा और प्रभावी कार्यकाल बिताया था। वे पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे और उनकी राजनीति में एक मजबूत पकड़ थी। चौटाला के नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, जिनका राज्य के विकास में योगदान रहा। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय लोक दल (INLD) का नेतृत्व किया और हरियाणा के विकास के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य नेताओं ने व्यक्त किया शोक
चौटाला के निधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। योगी आदित्यनाथ ने अपने शोक संदेश में कहा, "ओम प्रकाश चौटाला जी के निधन से भारतीय राजनीति को एक बड़ा नुकसान हुआ है। उनकी राजनीति और नेतृत्व के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।"
इसके अलावा, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं, कांग्रेस पार्टी और अन्य दलों के नेताओं ने भी चौटाला के निधन पर शोक व्यक्त किया और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं जताई। कई नेताओं ने चौटाला को उनकी दूरदृष्टि और नेतृत्व क्षमता के लिए सम्मानित किया, और उनके योगदान को याद किया।
राज्य में शोक की लहर
चौटाला के निधन के बाद हरियाणा राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके समर्थक और पार्टी के सदस्य उनके योगदान को याद कर रहे हैं और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। राज्य सरकार ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय शोक दिवस की घोषणा की है और उनके अंतिम संस्कार के दौरान सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी की घोषणा की है।
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