Shivling Vastu Tips: शिवलिंग पूजा और घर में शिवलिंग स्थापित करने के लाभ: वास्तु और धार्मिक दृष्टिकोण

हिंदू धर्म में शिवलिंग की पूजा को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। शिवलिंग पर जल चढ़ाने से महादेव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। साथ ही, यह घर में शांति और सकारात्मकता का माहौल भी बनाता है। शिवलिंग का पूजन एक शुभ कार्य है, और अगर इसे सही दिशा में स्थापित किया जाए तो इसके कई लाभ मिल सकते हैं।

Feb 10, 2025 - 13:28
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Shivling Vastu Tips: शिवलिंग पूजा और घर में शिवलिंग स्थापित करने के लाभ: वास्तु और धार्मिक दृष्टिकोण
शिवलिंग के वास्तु नियम
धर्म: हिंदू धर्म में शिवलिंग की पूजा को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। शिवलिंग पर जल चढ़ाने से महादेव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। साथ ही, यह घर में शांति और सकारात्मकता का माहौल भी बनाता है। शिवलिंग का पूजन एक शुभ कार्य है, और अगर इसे सही दिशा में स्थापित किया जाए तो इसके कई लाभ मिल सकते हैं।

शिवलिंग की सही दिशा:

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में शिवलिंग की स्थापना के लिए उत्तरी (उत्तर) और ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) को सबसे शुभ माना गया है। यह दिशा एक सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत होती है, जिससे घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।

ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण नियम:

आकार और संख्या का ध्यान रखें: घर में शिवलिंग का आकार अंगूठे जितना होना चाहिए। साथ ही यह ध्यान रखें कि घर में एक से ज्यादा शिवलिंग न हों। एक से अधिक शिवलिंग होने से इसके लाभ में कमी आ सकती है।
शिवलिंग की स्थापना: शिवलिंग को हमेशा जमीन पर सीधे न रखें। इसे किसी चौकी या उपयुक्त स्थान पर रखें, ताकि इसकी पूजा सही तरीके से की जा सके।
बेडरूम में शिवलिंग न रखें: शिवलिंग को कभी भी अपने बेडरूम में न रखें। इसका नकारात्मक असर हो सकता है, जिससे अच्छे परिणाम प्राप्त नहीं होते।
खंडित शिवलिंग का निवारण: घर में खंडित शिवलिंग कभी नहीं रखना चाहिए। ऐसा करना अपशकुन का कारण बन सकता है। अगर आपके घर में खंडित शिवलिंग हो, तो इसे किसी बहते हुए साफ जल में प्रवाहित कर दें और अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगें। ऐसा करने से नकारात्मक प्रभाव समाप्त हो जाता है।
शिवलिंग की पूजा विधि:

शुद्ध जल में गंगाजल मिलाएं: शिवलिंग पर सबसे पहले शुद्ध जल में थोड़ी सी गंगाजल मिलाकर अभिषेक करें।

अशोक सुंदरी पर जल अर्पित करें: इसके बाद, अशोक सुंदरी पर जल अर्पित करें और शिवलिंग का पूजन करें।
चंदन का तिलक लगाएं: फिर शिवलिंग पर चंदन का तिलक लगाएं, जिससे इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है।
बलपत्र, फूल, और शहद अर्पित करें: इसके बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, फूल और शहद अर्पित करें।
घी का दीपक जलाएं: इसके बाद, शिवलिंग के पास घी का दीपक जलाएं, जो वातावरण को शुद्ध करता है।
प्रसाद अर्पित करें और बांटें: पूजा के अंत में भोग अर्पित करें और प्रसाद को दूसरों में बांटें।

घर में शिवलिंग की पूजा और उसकी सही दिशा में स्थापना से न केवल भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि यह घर के वातावरण को भी शुद्ध और सकारात्मक बनाता है। शिवलिंग के प्रति श्रद्धा और सही पूजा विधि से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और आशीर्वाद की वर्षा होती है।
Disclaimer :

यह लेख धार्मिक और वास्तु शास्त्र से संबंधित सामान्य जानकारी प्रदान करता है। Newster7 Media इस लेख में लिखी गई किसी बात का समर्थन नहीं करता। किसी भी प्रकार के धार्मिक कृत्य, पूजा या शिवलिंग की स्थापना से पहले, कृपया किसी योग्य पुजारी, धर्मगुरु या वास्तु विशेषज्ञ से परामर्श लें। प्रत्येक व्यक्ति की परिस्थितियाँ अलग हो सकती हैं और इस जानकारी को सामान्य मार्गदर्शन के रूप में लिया जाना चाहिए। लेख में दी गई विधियों और सलाह का पालन करने से पहले, अपनी व्यक्तिगत स्थिति और आवश्यकताओं का अवलोकन करें।

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Prashant Singh Journalism Student University Of Lucknow.