प्रधानमंत्री मोदी ने मोटापे से लड़ने के लिए किया अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक "मन की बात" रेडियो कार्यक्रम में मोटापे से लड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने लोगों से भोजन में तेल की मात्रा कम करने और तेल की खपत को 10 प्रतिशत तक घटाने का अपील किया। इसके साथ ही उन्होंने इस चुनौती को 10 अन्य लोगों तक पहुंचाने का भी अपील किया।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक "मन की बात" रेडियो कार्यक्रम में मोटापे से लड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने लोगों से भोजन में तेल की मात्रा कम करने और तेल की खपत को 10 प्रतिशत तक घटाने का अपील किया। इसके साथ ही उन्होंने इस चुनौती को 10 अन्य लोगों तक पहुंचाने का भी अपील किया।
मोटापे से लड़ाई केवल व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं, बल्कि पारिवारिक जिम्मेदारी भी है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मोटापे से निपटना केवल व्यक्तिगत पसंद नहीं, बल्कि यह हमारे परिवार के प्रति हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। मोदी ने कहा, "मुझे लगता है कि हमें इस लड़ाई को अब एक जिम्मेदारी के रूप में देखना चाहिए, न कि एक व्यक्तिगत चुनाव के रूप में।"
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़े और बढ़ती मोटापे की समस्या
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक अध्ययन के अनुसार, हर आठ में से एक व्यक्ति मोटापे से ग्रस्त है। पिछले वर्षों में मोटापे के मामलों में वृद्धि हुई है, और सबसे चिंताजनक बात यह है कि यह समस्या बच्चों में चार गुना बढ़ी है। मोदी ने WHO के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा, "2022 में, दुनिया भर में करीब 250 करोड़ लोग अधिक वजन से जूझ रहे थे। ये आंकड़े गंभीर हैं और हमें यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है।"
प्रधानमंत्री मोदी की तेल की खपत कम करने की सलाह
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए हमें छोटे प्रयास करने होंगे। उन्होंने उदाहरण के तौर पर तेल की खपत को 10 प्रतिशत तक घटाने का सुझाव दिया। मोदी ने कहा, "यह एक बड़ा कदम होगा, जो मोटापे को नियंत्रित करने में मदद करेगा। आप हर महीने तेल की खपत को 10 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य तय कर सकते हैं।"
नीरज चोपड़ा और निकहत जरीन के संदेश
प्रधानमंत्री ने ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा और बॉक्सिंग चैंपियन निकहत जरीन के संदेश भी साझा किए। नीरज ने कहा, "जब मैं भी अपना करियर शुरू कर रहा था, तो मैं भी काफी वजनदार था, लेकिन सही आहार और प्रशिक्षण से मेरी सेहत में बहुत सुधार हुआ और फिर मुझे पेशेवर एथलीट बनने में भी मदद मिली।" उन्होंने यह भी कहा कि माता-पिता को बच्चों के साथ कोई न कोई बाहरी खेल खेलना चाहिए और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना चाहिए।
निकहत जरीन ने भी मोटापे की समस्या पर बात करते हुए कहा, "मुझे लगता है कि मोटापा अब एक राष्ट्रीय चिंता का विषय बन गया है। हमें इसे रोकने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए।"
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. देवी शेट्टी का संदेश
प्रसिद्ध कार्डियक सर्जन डॉ. देवी शेट्टी ने भी इस विषय पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, "आजकल भारत में अधिकांश युवा मोटापे से ग्रस्त हैं। मोटापे का मुख्य कारण कम गुणवत्ता वाले आहार का सेवन, विशेष रूप से कार्बोहाइड्रेट्स और तेल का अत्यधिक सेवन है।"
मोटापे से निपटने के लिए प्रधानमंत्री की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तेल का अत्यधिक सेवन कई बीमारियों जैसे दिल की बीमारी, डायबिटीज और उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि छोटे-छोटे बदलाव से हम अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं और भविष्य को स्वस्थ बना सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस दिशा में प्रयास करें और अपने आहार में बदलाव लाएं।
"मन की बात" के बाद प्रधानमंत्री ने 10 लोगों से यह चुनौती दी कि वे अपने भोजन में तेल की खपत 10 प्रतिशत तक कम करें और यह चुनौती 10 नए लोगों तक पहुंचाएं। उनका मानना है कि इस तरह की पहल से मोटापे की समस्या से लड़ने में मदद मिलेगी।
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