अबू आजमी का संभाजी महाराज को श्रद्धांजलि पर विवाद, औरंगजेब के बयान के बाद मचा था बवाल

महाराष्ट्र विधानसभा में समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अबू आजमी अपने पिछले बयान के बाद सुर्खियों में रहे थे, जब उन्होंने औरंगजेब की तारीफ की थी। इस बयान के कारण राज्य की राजनीति में भारी बवाल मच गया था और अंततः उन्हें विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया था। अब उन्होंने छत्रपति संभाजी महाराज की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है, लेकिन उनके इस बयान पर भी विवाद उठने की संभावना बनी हुई है।

Mar 11, 2025 - 16:45
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अबू आजमी का संभाजी महाराज को श्रद्धांजलि पर विवाद, औरंगजेब के बयान के बाद मचा था बवाल
संभाजी महाराज की पुण्यतिथि पर अबू आजमी ने दी श्रद्धांजलि

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा में समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अबू आजमी अपने पिछले बयान के बाद सुर्खियों में रहे थे, जब उन्होंने औरंगजेब की तारीफ की थी। इस बयान के कारण राज्य की राजनीति में भारी बवाल मच गया था और अंततः उन्हें विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया था। अब उन्होंने छत्रपति संभाजी महाराज की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है, लेकिन उनके इस बयान पर भी विवाद उठने की संभावना बनी हुई है।

अबू आजमी ने संभाजी महाराज को दी श्रद्धांजलि
संभाजी महाराज की पुण्यतिथि पर अबू आजमी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (Twitter) पर एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने छत्रपति संभाजी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की। अबू आजमी ने मराठी में ट्वीट करते हुए लिखा, "स्वराज्य के दूसरे छत्रपति, पराक्रमी योद्धा, धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज को उनके बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि।"

इस श्रद्धांजलि में अबू आजमी ने संभाजी महाराज के वीरता और बलिदान को सराहा। हालांकि, यह बयान उस समय सामने आया जब वह अपने पहले विवादित बयान के बाद आलोचनाओं का शिकार हो चुके थे।

औरंगजेब पर अबू आजमी का विवादास्पद बयान
कुछ समय पहले, अबू आजमी ने औरंगजेब की तारीफ करते हुए कहा था कि वह एक अच्छा बादशाह था। उनका यह बयान विवादों में घिर गया था, खासकर बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने उनकी कड़ी आलोचना की। इन दलों ने अबू आजमी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने संभाजी महाराज का अपमान किया है और महाराष्ट्र के गौरवपूर्ण इतिहास का अपमान किया है।

आबू आजमी के बयान को लेकर बढ़ते विवाद के बाद, उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी। उन्होंने कहा था, "मैं इतना बड़ा नहीं हूं कि छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज के खिलाफ कुछ बोलूं। मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया। औरंगजेब रहमतुल्लाह अलेह के बारे में मैंने वही कहा है जो इतिहासकारों और लेखकों ने कहा है।"

महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल
अबू आजमी का औरंगजेब के बारे में बयान देते समय उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी टिप्पणियां इतिहासकारों द्वारा कही गई बातें थीं, न कि उनका व्यक्तिगत दृष्टिकोण। बावजूद इसके, उनके बयान से महाराष्ट्र में राजनीति गरमा गई थी। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनके बयान की आलोचना की और इसके खिलाफ प्रदर्शन किए।

बीजेपी, शिवसेना और एमएनएस ने उनके बयान को अस्वीकार्य बताया और उनका विरोध किया। इसके परिणामस्वरूप, अबू आजमी को विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया था और उन्हें सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने के लिए मजबूर किया गया था।

अबू आजमी की स्थिति
अबू आजमी, जो समाजवादी पार्टी के एक प्रमुख नेता हैं, ने माफी मांगते हुए अपने बयान को लेकर खेद जताया था। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी भी महापुरुष का अपमान करना नहीं था, और उनके शब्दों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया था।

अब जब उन्होंने संभाजी महाराज की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी, तो उनकी मंशा यह दिखाने की थी कि वह इतिहास के प्रति सम्मान रखते हैं और किसी भी महापुरुष का अनादर नहीं करना चाहते।

अबू आजमी का औरंगजेब पर दिया गया बयान और उसके बाद माफी मांगने का मामला अभी भी राजनीतिक विमर्श का हिस्सा बना हुआ है। हालांकि, अब उन्होंने संभाजी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की है, लेकिन उनके पिछले बयान को लेकर उनके खिलाफ उठे विवाद को शांत करना अभी भी बाकी है। महाराष्ट्र की राजनीति में इस मुद्दे ने एक नया मोड़ लिया है, जो आगे और भी बड़े विवादों को जन्म दे सकता है।

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Prashant Singh Journalism Student University Of Lucknow.