पटना, 18 जनवरी: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को संविधान सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने के लिए पटना पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की और इसके बाद बापू सभागार में आयोजित सम्मेलन में शामिल हुए। उनका यह दौरा राजनीतिक दृष्टिकोण से अहम माना जा रहा है, क्योंकि दोनों नेताओं के बीच इस मुलाकात को बिहार में कुछ बड़ा होने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
तेजस्वी यादव से मुलाकात: क्या कुछ बड़ा होने वाला है?
राहुल गांधी पटना एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सीधे होटल मौर्या गए, जहां प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहले से ही मौजूद थे। यहां राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक चल रही थी। राहुल गांधी के आगमन पर तेजस्वी यादव ने उनका स्वागत होटल के गेट पर किया और इसके बाद दोनों नेता तेजस्वी के कमरे में एक निजी बैठक के लिए गए। इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि बिहार में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव हो सकता है। कांग्रेस और आरजेडी के बीच इस मुलाकात का राजनीतिक महत्व इस कारण भी बढ़ गया है, क्योंकि दोनों दलों के बीच संभावित सहयोग या किसी साझा रणनीति को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं।
संविधान सुरक्षा सम्मेलन में भागीदारी
राहुल गांधी का कार्यक्रम बापू सभागार में संविधान सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेने के साथ शुरू हुआ। सभागार में 'जय भीम, जय संविधान' के नारे गूंज रहे थे, जो सम्मेलन के उद्देश्य और भावनाओं को प्रकट कर रहे थे। राहुल गांधी बापू सभागार में 1 बजे मंच पर पहुंचे और इस सम्मेलन में हिस्सा लिया। इसके बाद उनका अगला कदम कांग्रेस मुख्यालय, सदाकत आश्रम था, जहां वे 2:45 बजे पहुंचे। यहां उन्होंने सदाकत आश्रम के नवीनीकरण के बाद तैयार कर्मचारी आवास का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और पार्टी के भविष्य की दिशा पर अपनी बात रखी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने किया स्वागत
राहुल गांधी के पटना पहुंचने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, बिहार प्रभारी मोहन प्रकाश और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया। पुष्पगुच्छ देकर राहुल गांधी का स्वागत किया गया और इसके बाद वे बापू सभागार पहुंचे, जहां संविधान सुरक्षा सम्मेलन आयोजित हो रहा था।
राहुल गांधी का राजनीतिक संदेश
राहुल गांधी का यह दौरा बिहार में कांग्रेस की सक्रियता और आगामी चुनावी रणनीतियों के संदर्भ में अहम है। उनकी तेजस्वी यादव से मुलाकात को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों नेता राज्य में कांग्रेस और आरजेडी के बीच सहयोग को लेकर चर्चा कर सकते हैं। इसके अलावा, संविधान सुरक्षा सम्मेलन में राहुल गांधी के भाषण को संविधान और सामाजिक न्याय के मुद्दे पर उनकी पार्टी का स्पष्ट संदेश के रूप में देखा जा रहा है।
राहुल गांधी का पटना दौरा और उनके द्वारा आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन ने राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। यह देखना अब दिलचस्प होगा कि उनकी तेजस्वी यादव के साथ बैठक और बिहार में कांग्रेस की आगामी रणनीतियों के बारे में और क्या खुलासा होता है।