बांग्लादेश में छात्र नेता नाहिद इस्लाम का इस्तीफा, अपराधों में वृद्धि को लेकर गंभीर चिंता
बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के प्रमुख नेता नाहिद इस्लाम ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार से इस्तीफा दे दिया। इस्लाम यूनुस कैबिनेट में सूचना सलाहकार के पद पर कार्यरत थे और उनकी नाराजगी का कारण सरकार की नीतियाँ और बढ़ते अपराध थे।

बांग्लादेश: बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के प्रमुख नेता नाहिद इस्लाम ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार से इस्तीफा दे दिया। इस्लाम यूनुस कैबिनेट में सूचना सलाहकार के पद पर कार्यरत थे और उनकी नाराजगी का कारण सरकार की नीतियाँ और बढ़ते अपराध थे।
नाहिद इस्लाम का इस्तीफा और प्रतिक्रिया
नाहिद इस्लाम ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि उन्होंने कैबिनेट और अन्य समितियों से इस्तीफा दे दिया है। मीडिया से बात करते हुए इस्लाम ने बताया कि उन्होंने पिछले साल शेख हसीना की नीतियों के खिलाफ छात्र आंदोलन की अगुआई की थी। उनका कहना था कि बांग्लादेश में वर्तमान सरकार की नीतियां छात्रों और आम नागरिकों के लिए खतरे का कारण बन गई हैं। इस इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में राजनीतिक माहौल और भी तनावपूर्ण हो गया है।
बांग्लादेश में अपराध की स्थिति
बांग्लादेश में बढ़ते अपराधों ने देश को एक नई चुनौती दी है। पुलिस के डाटा के मुताबिक, हालिया महीनों में हत्या, अपहरण, लूट और डकैती की घटनाओं में तेज़ वृद्धि देखी गई है। विशेष रूप से जनवरी महीने में 294 हत्याओं और 242 लूट और डकैती के मामलों की रिपोर्ट आई है। यह आंकड़े पिछले छह वर्षों में अपराध की सबसे खराब स्थिति को दर्शाते हैं।
हालांकि, गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी ने इन आंकड़ों को खारिज करते हुए दावा किया कि बांग्लादेश में कानून और व्यवस्था की स्थिति संतोषजनक है। लेकिन आलोचकों का कहना है कि अपराध की बढ़ती घटनाओं से देश की सुरक्षा स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं।
शेख हसीना का आरोप और सरकार की आलोचना
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हाल ही में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर आरोप लगाया था कि उन्होंने देश को आतंकवाद और अराजकता का केंद्र बना दिया है। हसीना का कहना था कि उनकी सरकार के दौरान देश में हिंसा और अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं, और यह स्थिति बांग्लादेश की सुरक्षा और शांति के लिए खतरे की घंटी है।
हिंसक छात्र आंदोलन और अपराधों में वृद्धि
गत अगस्त में बांग्लादेश में हुए हिंसक छात्र आंदोलन के बाद शेख हसीना की अवामी लीग सरकार का पतन हो गया था। इसके बाद से अपराध और हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। डेली स्टार अखबार ने पुलिस मुख्यालय के डाटा के हवाले से बताया कि इस साल जनवरी में देशभर के थानों में हत्या के 294 मामले दर्ज किए गए थे, जो पिछले वर्षों के मुकाबले एक बड़ी संख्या है।
बांग्लादेश में एयरबेस पर हमला
इस बीच, सोमवार को बांग्लादेश के काक्स बाजार में स्थित एक वायुसेना बेस पर हमला किया गया। सुरक्षा कर्मियों की जवाबी कार्रवाई में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क निदेशालय ने बताया कि अराजक तत्वों ने वायुसेना के बेस पर हमला किया था, और वायुसेना ने इस मामले में आवश्यक कदम उठाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। स्थानीय मीडिया का कहना है कि यह हमला वायुसेना के एयरबेस विस्तार योजना के विरोध में हुआ था, जिसके तहत आसपास के इलाकों के निवासियों को स्थानांतरित किया जाना था।
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हमले की जांच और कारण
काक्स बाजार के उपायुक्त मोहम्मद सलाहुद्दीन ने बताया कि इस हमले के दौरान 30 वर्षीय शिहाब कबीर नामक एक स्थानीय कारोबारी की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हुए। उपायुक्त ने कहा कि हमले के कारणों की गहन जांच की जाएगी, और सरकार इसे लेकर कड़ी कार्रवाई करने की योजना बना रही है। हालांकि, स्थानीय मीडिया के अनुसार, यह घटना एयरबेस विस्तार योजना के विरोध में हुई थी।
बांग्लादेश में बढ़ते अपराध, हिंसा और राजनीतिक असंतोष ने सरकार के सामने गंभीर चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं। छात्र आंदोलन के प्रमुख नेता नाहिद इस्लाम का इस्तीफा, सरकार के खिलाफ बढ़ते विरोध, और देशभर में बढ़ती असुरक्षा की स्थिति दर्शाती है कि बांग्लादेश में राजनीतिक और सामाजिक माहौल में अस्थिरता बनी हुई है। सरकार और प्रशासन को इस संकट से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि बांग्लादेश में शांति और व्यवस्था पुनः स्थापित हो सके।
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