एकेटीयू के बैंक खाते से 120 करोड़ की ठगी करने वाला मास्टर माइंड गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने एक बड़े साइबर धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है, जिसने उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) के बैंक खाते से 120 करोड़ रुपये की ठगी की थी। आरोपी, मो. चांद उर्फ सनी जानसन, अब लखनऊ पुलिस द्वारा बनाए गए जाल में फंसने के बाद पुलिस के हाथों गिरफ्तार हो गया। आरोपी को 9 महीने बाद गिरफ्तार किया गया है और उसके साथ जुड़े अन्य दो सदस्यों की तलाश जारी है।

क्राइम डेस्क, लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने एक बड़े साइबर धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है, जिसने उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) के बैंक खाते से 120 करोड़ रुपये की ठगी की थी। आरोपी, मो. चांद उर्फ सनी जानसन, अब लखनऊ पुलिस द्वारा बनाए गए जाल में फंसने के बाद पुलिस के हाथों गिरफ्तार हो गया। आरोपी को 9 महीने बाद गिरफ्तार किया गया है और उसके साथ जुड़े अन्य दो सदस्यों की तलाश जारी है।
ठगी के मास्टर माइंड की गिरफ्तारी
साइबर क्राइम थाना टीम ने कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार आरोपी को लखनऊ में धर दबोचा। जानकारी के मुताबिक, चांद उर्फ सनी ने एकेटीयू के बैंक खाते से 120 करोड़ रुपये की ठगी की थी और इसके बाद वह दुबई भाग गया था। दुबई में रहते हुए उसने ठगी के पैसों से महंगी कार भी खरीदी थी। हाल ही में जब उसने लखनऊ में एक सवा करोड़ रुपये की जमीन के लिए रजिस्ट्री कराने के लिए यात्रा की, तो साइबर क्राइम टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद कई राज़ उजागर
पूछताछ के दौरान चांद उर्फ सनी ने कई अहम राज़ उगले हैं, जो उसकी ठगी की योजना को और स्पष्ट करते हैं। हालांकि, उसकी गिरोह के दो सदस्य अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस अब उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है। साइबर क्राइम थाना के इंस्पेक्टर बृजेश कुमार यादव के अनुसार, चांद उर्फ सनी की तलाश पिछले वर्ष जून से की जा रही थी।
लखनऊ में प्रॉपर्टी का कारोबार करता था आरोपी
आरोपी चांद उर्फ सनी जानसन के बारे में पता चला था कि वह लखनऊ में प्रॉपर्टी का कारोबार करता था। साइबर क्राइम टीम ने इसकी पुष्टि की और उसके कार्यालय और प्लॉटिंग साइट पर जाकर बातचीत की। यहां से टीम को जानकारी मिली कि चांद दुबई में है और वह केवल रजिस्ट्री के लिए लखनऊ आता है। इसके बाद पुलिस ने एक साजिश बनाई और उसे लखनऊ बुलाया। जैसे ही वह रजिस्ट्री के लिए लखनऊ पहुंचा, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
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जाल में फंसा आरोपी और उसकी गिरफ्तारी
पुलिस के अनुसार, आरोपी के कर्मचारियों ने 1.25 करोड़ रुपये की जमीन दिखाई थी। इस जमीन को पसंद आने के बाद कुछ रुपये अग्रिम जमा किए गए और बाकी रकम रजिस्ट्री के एक दिन पहले देने की बात तय हुई थी। तीन महीने से आरोपी रजिस्ट्री के लिए टालमटोल कर रहा था, लेकिन अंततः जब वह लखनऊ पहुंचा, तो पुलिस ने उसे दबोच लिया।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
चांद उर्फ सनी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया कि उसके अन्य सहयोगियों की लोकेशन का पता चल चुका है और उनकी गिरफ्तारी जल्द की जाएगी। पुलिस इस मामले की तहकीकात कर रही है ताकि अन्य अपराधियों को भी पकड़ कर न्याय के कटघरे में लाया जा सके।
यह गिरफ्तारी साइबर क्राइम टीम की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है, जो बिना किसी रुकावट के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
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