अमित शाह के विवादित बयान पर भड़के बसपा कार्यकर्ता लखनऊ में किया जमकर प्रदर्शन
संसद में गृह मंत्री अमित शाह के अंबेडकर पर विवादित बयान पर हंगामा बढ़ता ही जा रहा है। जिस दिन से शाह ने यह बयान दिया। उसी दिन से दलित समाज में आक्रोश देखने को मिल रहा है। लोगों की मांग है कि, शाह इस बयान पर माफी मांगे और अपने पद से स्तिफा दे

लखनऊ, 24 दिसंबर: संसद में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. अम्बेडकर पर दिए बयान के बाद लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है।
शाह के 17 दिसंबर को दिए बयान के बाद से ही दलित समाज विरोध में उतर गई है। इनकी मांग है कि गृहमंत्री अपने बयान पर माफी मांगे और अपने पद से इस्तीफा दें। अपने इसी मांग लेकर आज बसपा कार्यकर्ताओं ने लखनऊ के हज़रतगंज में धरना प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन प्रशासन के लिए बनी रही गंभीर चुनौती
हजरतगंज में बसपा कार्यकर्ता मंगलवार की सुबह 11 बजे से जमा होना शुरू हो गए। हालांकि प्रदर्शन दोपहर डेढ़ बजे से होना था। इसी बीच अटल जयंती के उपलक्ष्य में होने वाले कार्यक्रमों के के चलते केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का काफिला भी गुजरना था। प्रदर्शन के बीच यह प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती थी। कहीं इस प्रदर्शन का प्रभाव रक्षा मंत्री और सीएम के काफिले पर न पड़े। इसे रोकने के लिए प्रशासन ने बैरिकेटिंग लगाकर आगे से पुलिस की गाड़ियों की आड़ में उन्हें छिपा दिया।
शाह के इस बयान पर इतना हंगामा हो जाएगा ऐसा उन्होंने सोचा नहीं होगा। अब देखना यह है कि, बसपा कार्यकर्ताओं का यह विरोध प्रदर्शन राजनीति में क्या मोंड़ लाता है और भाजपा की इसपर क्या प्रतिक्रिया करती है
प्रदर्शनकारियों में आक्रोश
बसपा कार्यकर्ताओं नें शाह के बयान का विरोध जताते हुए "स्वर्ग मिलेगा जय भीम से" का नारा लगाया। उसी में से एक कार्यकर्ता का यह कहना था कि शाह के इस बयान पर उन्हें फांसी की सजा मिलनी चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने शाह के साथ-साथ प्रदेश और केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।
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