दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कालकाजी विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए क्राउड फंडिंग अभियान की शुरुआत की
दिल्ली की मुख्यमंत्री और कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से आगामी चुनाव में उम्मीदवार बनीं आतिशी ने रविवार को अपने चुनावी खर्च के लिए क्राउड फंडिंग अभियान की शुरुआत की। प्रेसवार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) पर हमला बोलते हुए, दिल्ली और देशभर के आम लोगों से चुनावी खर्च के लिए सहयोग की अपील की। उनका कहना था कि इस अभियान के जरिए उन्हें 40 लाख रुपये जुटाने की जरूरत है, ताकि वे अपने क्षेत्र से चुनाव लड़ सकें।

चुनावी खर्च के लिए क्राउड फंडिंग की अपील
आतिशी ने कहा कि उनके लिए चुनाव लड़ना आसान नहीं है, क्योंकि उनके पास चुनावी खर्च के लिए पर्याप्त धनराशि नहीं है। उन्होंने अपने अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि "आपके सपोर्ट और सहयोग से ही मैं कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ूंगी। मुझे 40 लाख रुपये की जरूरत हैं। मुझे भरोसा है कि आप लोग मेरा सपोर्ट करेंगे।"
मुख्यमंत्री ने बताया कि वे और उनके पार्टी के नेता ईमानदारी से काम करते हैं, और उन्होंने कभी भी भ्रष्टाचार का सहारा नहीं लिया। उन्होंने कहा, "हम तनख्वाह से घर चलाते हैं, हमने 10 साल ईमानदारी से काम किया। हम लोगों ने भ्रष्टाचार से एक भी पैसा नहीं कमाया। इसलिए हम जनता के चंदे और सपोर्ट से चुनाव लड़ेंगे।"
दिल्ली सरकार का ईमानदार दृष्टिकोण
आतिशी ने कहा कि उनकी सरकार ने हमेशा ईमानदारी से काम किया है और विकास कार्यों में पारदर्शिता बनाए रखी है। उन्होंने कहा कि यदि वे भ्रष्टाचार से पैसा इकट्ठा करना चाहते, तो यह काम काफी आसान था, लेकिन उन्होंने कभी ऐसा नहीं किया। अगर वे चाहते तो पिछले एक साल में किए गए कई बड़े उद्घाटनों से पैसे जुटा सकते थे, लेकिन ऐसा करना उनकी नीति नहीं है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि उनकी सरकार ने प्राइवेट स्कूलों या अस्पतालों से पैसा लिया होता, तो वे शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार नहीं कर पाते। "अगर हमने मोहल्ला क्लीनिक से पैसे लिए होते तो हम अच्छे मोहल्ला क्लीनिक नहीं बना पाते," उन्होंने कहा। उनका मानना था कि भ्रष्टाचार से दूर रहकर ही सही तरीके से विकास कार्य किए जा सकते हैं।
भाजपा पर निशाना
प्रेसवार्ता के दौरान जब भाजपा से जुड़ी सवाल पूछे गए, तो आतिशी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए पैसे इकट्ठा करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने भाजपा के नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा, "भा.ज.पा. के नेताओं ने शायद अपने दोस्तों और सरकारी ठेकों के माध्यम से इतनी धनराशि इकट्ठा कर ली है कि उन्हें चुनावी खर्च के लिए जनता से चंदा मांगने की जरूरत नहीं पड़ती।"
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के बड़े नेता चुनावी मैदान में उतरने से कतराते हैं, क्योंकि वे बार-बार चुनाव हारने से डरते हैं। "भा.ज.पा. के पास कैंडिडेट ही नहीं हैं। वे अपनी लिस्ट साफ करने में समय लगा रहे हैं," आतिशी ने दावा किया।
दिल्ली और देशभर से सहयोग की अपील
आतिशी ने कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा दिल्ली के लोगों के हित में काम किया है और इस बार भी वे दिल्लीवासियों के समर्थन के साथ ही चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने क्राउड फंडिंग अभियान के जरिए जनता से चुनावी खर्च के लिए चंदा देने की अपील की। "हमने ईमानदारी से राजनीति की है, और इस क्राउड फंडिंग अभियान से इसे और प्रमाणित कर रहे हैं," उन्होंने कहा।
सिसोदिया का भी क्राउड फंडिंग अभियान
यह पहली बार नहीं है कि आम आदमी पार्टी के किसी नेता ने क्राउड फंडिंग का सहारा लिया है। इससे पहले, दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी चुनावी खर्च के लिए जनता से चंदा मांगा था। सिसोदिया इस बार जंगपुरा से चुनावी मैदान में हैं, जबकि पटपड़गंज से चुनाव लड़ने के लिए अवध ओझा को टिकट दिया गया है।
मुख्यमंत्री आतिशी का यह क्राउड फंडिंग अभियान दिल्ली और देशभर में राजनीति की ईमानदारी को बढ़ावा देने का एक नया कदम है। जहां एक ओर भाजपा और अन्य विपक्षी पार्टियां परंपरागत तरीके से चुनावी खर्च जुटाने का प्रयास करती हैं, वहीं आम आदमी पार्टी के नेता जनता से अपील कर रहे हैं कि वे पारदर्शिता और ईमानदारी से चुनावी प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं।
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