बिहार की राजनीति में गरमाहट: नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और जीतन राम मांझी के बयान
बिहार की राजनीति एक बार फिर से गरमाती दिख रही है। ठंड के मौसम में नेताओं के बयान आग में घी का काम कर रहे हैं। नीतीश कुमार पर चल रही सियासी हलचल ने एक नया मोड़ लिया है। बिहार में राजद और जदयू के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, और जीतन राम मांझी ने इस विवाद में कूदते हुए कई अहम बयान दिए हैं।

बिहार, 26 दिसंबरः बिहार की राजनीति एक बार फिर से गरमाती दिख रही है। ठंड के मौसम में नेताओं के बयान आग में घी का काम कर रहे हैं। नीतीश कुमार पर चल रही सियासी हलचल ने एक नया मोड़ लिया है। बिहार में राजद और जदयू के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, और जीतन राम मांझी ने इस विवाद में कूदते हुए कई अहम बयान दिए हैं।
राजद का नीतीश कुमार को खुला ऑफर
राजद (RJD) के नेताओं ने एक बार फिर नीतीश कुमार को अपने खेमे में शामिल होने का प्रस्ताव दिया है। राजद के नेताओं का कहना है कि अगर नीतीश कुमार वापस आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। यह बयान बिहार की राजनीति में एक नया तूल पकड़ा है, क्योंकि नीतीश कुमार के नेतृत्व को लेकर राजद और जदयू के बीच कभी घमासान मचा हुआ था।
जीतन राम मांझी का बड़ा दावा
Hindustani Awam Morcha के अध्यक्ष और केंद्र सरकार में मंत्री जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार पर एक बड़ा बयान दिया है। मांझी ने दावा किया कि राजद के दर्जनभर नेता एनडीए (NDA) के संपर्क में हैं। यह बयान तेजस्वी यादव द्वारा दिए गए उस बयान के बाद आया, जिसमें तेजस्वी ने कहा था कि जदयू के चार नेता बीजेपी के संपर्क में हैं, जिनमें दो दिल्ली और दो पटना में हैं। मांझी ने कहा कि तेजस्वी क्या भविष्यवक्ता हैं? उनके बयान का जवाब देने के बजाय मांझी ने तेजस्वी को चिढ़ाते हुए यह तक कह दिया कि वे किस आंदोलन की उपज हैं?
2025 के चुनाव में नीतीश कुमार होंगे एनडीए का चेहरा
जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार के 2025 के विधानसभा चुनाव के बारे में भी बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ही एनडीए का चेहरा होंगे। मांझी ने दावा किया कि यह बात सभी घटक दलों के नेताओं ने स्वीकार कर ली है, और अब इस बात में कोई संदेह नहीं रह गया है। इस बयान से यह साफ हो गया कि मांझी नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार की उम्मीद जता रहे हैं।
माई-बहन योजना पर मांझी की तल्ख टिप्पणी
जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव की "माई-बहन योजना" पर भी तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जो भी योजनाएं लेकर आ रहे हैं, उनसे चुनाव में कोई खास फायदा नहीं होने वाला है। मांझी ने इस मौके पर नीतीश कुमार की साइकिल योजना का समर्थन किया और कहा कि यह योजना अधिक प्रभावी साबित होगी। मांझी ने उम्मीद जताई कि 2025 में एनडीए फिर से सत्ता में आएगी और नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे।
तेजस्वी यादव का पलटवार: क्या वह भविष्यवक्ता हैं?
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार की "प्रगति यात्रा" को "अलविदा यात्रा" कहकर चुटकी ली थी। इस पर मांझी ने सवाल उठाया और तेजस्वी से पूछा कि वे क्या पंडित या पुरोहित हैं, जो इस तरह की भविष्यवाणियां कर रहे हैं। मांझी ने स्पष्ट रूप से यह संदेश दिया कि वह तेजस्वी की भविष्यवाणियों को नकारते हैं और बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार का ही भविष्य उज्जवल है।
नतीजा: बिहार में सियासी युद्ध जारी
नीतीश कुमार और उनके पुराने दोस्तों के बीच बयानबाजी ने बिहार की राजनीति को और अधिक गर्म कर दिया है। इस समय सभी की नजरें तेजस्वी यादव पर हैं, जो इस उबले हुए माहौल में क्या प्रतिक्रिया देंगे, यह देखने वाली बात होगी। बिहार में 2025 के चुनाव को लेकर सियासी गहमा-गहमी बढ़ती जा रही है, और इन बयानों के बाद यह साफ है कि आगामी चुनावों में बिहार की सियासत में हलचल रहने वाली है।
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