महाकुंभ से पहले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में 'मां की रसोई' का किया उद्घाटन, 9 रुपये में मिलेगा भरपेट भोजन

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रयागराज में महाकुंभ से पहले 'मां की रसोई' पहल का उद्घाटन किया। इस पहल का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को मात्र 9 रुपये में भरपेट भोजन उपलब्ध कराना है। सामुदायिक रसोई की शुरुआत महाकुंभ के मौके पर की गई है, ताकि इस धार्मिक मेले के दौरान लाखों श्रद्धालुओं और जरूरतमंदों को सहायता मिल सके।

Jan 10, 2025 - 15:48
 0  7
महाकुंभ से पहले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में 'मां की रसोई' का किया उद्घाटन, 9 रुपये में मिलेगा भरपेट भोजन
प्रयागराज,10 जनवरी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रयागराज में महाकुंभ से पहले 'मां की रसोई' पहल का उद्घाटन किया। इस पहल का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को मात्र 9 रुपये में भरपेट भोजन उपलब्ध कराना है। सामुदायिक रसोई की शुरुआत महाकुंभ के मौके पर की गई है, ताकि इस धार्मिक मेले के दौरान लाखों श्रद्धालुओं और जरूरतमंदों को सहायता मिल सके।

'मां की रसोई' के उद्देश्य और संचालन

उत्तर प्रदेश सरकार के मुताबिक, 'मां की रसोई' की पहल को रानी नेहरू अस्पताल में नंदी सेवा संस्थान द्वारा संचालित किया जाएगा। यह रसोई गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए विशेष रूप से बनाई गई है, ताकि उन्हें सस्ते और पौष्टिक भोजन की सुविधा मिल सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस रसोई का उद्घाटन करते हुए कहा कि राज्य सरकार की यह पहल समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने और उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है।

सामुदायिक रसोई का संचालन और व्यवस्था
'मां की रसोई' के संचालन के दौरान मुख्यमंत्री ने रानी नेहरू अस्पताल का दौरा किया और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अस्पताल में चल रही रसोई की प्रक्रिया और भोजन वितरण के तरीके की समीक्षा की। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से उपस्थित लोगों को भोजन भी परोसा, जिससे उनकी यह पहल और अधिक मानवीय और प्रेरणादायक साबित हुई।

महाकुंभ और समाज सेवा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता

महाकुंभ के आयोजन के मद्देनजर, इस तरह की पहल को अत्यधिक महत्व दिया जा रहा है, क्योंकि लाखों श्रद्धालु और पर्यटक इस महापर्व के दौरान प्रयागराज पहुंचते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की यह कोशिश है कि महाकुंभ के दौरान हर श्रद्धालु को न केवल आध्यात्मिक समृद्धि प्राप्त हो, बल्कि उन्हें शारीरिक रूप से भी किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। 'मां की रसोई' के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को भरपेट भोजन मिल सकेगा।

भोजन की गुणवत्ता और समर्पण

मुख्यमंत्री ने इस पहल के तहत तैयार किए गए भोजन की गुणवत्ता की सराहना की और बताया कि यह खाना पौष्टिक और संतुलित होगा, जिससे लोगों की सेहत पर कोई प्रतिकूल असर न पड़े। उन्होंने न केवल भोजन की लागत पर जोर दिया, बल्कि भोजन के स्वास्थ्यप्रद पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित किया।

नंदी सेवा संस्थान और सरकार का सहयोग

नंदी सेवा संस्थान, जो इस सामुदायिक रसोई के संचालन का जिम्मा ले रहा है, ने रसोई के संचालन के लिए पूरी टीम बनाई है, जो लगातार यह सुनिश्चित करेगी कि जरूरतमंदों को समय पर और सही मात्रा में भोजन मिले। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पहल में संस्थान के साथ मिलकर काम किया है और इस मिशन को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से समर्थन दिया है।

मुख्यमंत्री का संदेश
योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए उत्तर प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है और 'मां की रसोई' जैसी पहल समाज में एकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान इस प्रकार की सामाजिक पहल से लाखों लोग लाभान्वित होंगे, और यह पहल देशभर में एक सकारात्मक संदेश भेजेगी।
'मां की रसोई' पहल न केवल महाकुंभ के दौरान खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है, बल्कि यह राज्य सरकार की सामाजिक कल्याण योजनाओं का एक अहम हिस्सा भी बन चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कदम समाज के कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशीलता और राज्य सरकार की सामाजिक जिम्मेदारी को उजागर करता है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Prashant Singh Journalism Student University Of Lucknow.