लखनऊ: कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत पर पार्टी का दावा- विधानसभा घेराव के दौरान चोट लगने से गई जान, सिविल अस्पताल में जुटी भीड़
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत से राजनीति में हड़कंप मच गया है। कांग्रेस पार्टी का दावा है कि प्रदर्शन के दौरान उन्हें गंभीर चोटें आईं, जिसके कारण उनकी मौत हो गई। मृतक कार्यकर्ता गोरखपुर से लखनऊ प्रदर्शन में शामिल होने आया था, और उसकी मौत से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत से राजनीति में हड़कंप मच गया है। कांग्रेस पार्टी का दावा है कि प्रदर्शन के दौरान उन्हें गंभीर चोटें आईं, जिसके कारण उनकी मौत हो गई। मृतक कार्यकर्ता गोरखपुर से लखनऊ प्रदर्शन में शामिल होने आया था, और उसकी मौत से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है।: प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रभात पांडेय की मौत प्रदर्शन के दौरान हुई, जब पार्टी के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे थे। कांग्रेस का आरोप है कि राज्य सरकार ने प्रदर्शन को रोकने के लिए नुकीली कीलें लगवाई थीं, जिनकी वजह से प्रदर्शनकारियों को गंभीर चोटें आईं। इस दौरान प्रभात पांडेय को भी चोटें आईं, जिनकी वजह से उनकी स्थिति बिगड़ गई और वे अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ गए।
प्रभात पांडेय का शव वर्तमान में लखनऊ के सिविल अस्पताल में रखा हुआ है, और कांग्रेस कार्यकर्ता सिविल अस्पताल के बाहर जुटने शुरू हो गए हैं। मृतक कार्यकर्ता के परिजनों और कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह कृत्य एकतरफा था और पुलिस द्वारा की गई बर्बरता की वजह से ही उनकी जान गई। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अत्यधिक बल प्रयोग किया गया था, जो कि पूरी तरह से निंदनीय है।
कांग्रेस पार्टी ने घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है। कांग्रेस के नेता इस मामले को राजनीतिक रंग देने से परहेज नहीं कर रहे हैं, और आरोप लगा रहे हैं कि प्रदेश सरकार कांग्रेस की आवाज को दबाने के लिए इस तरह की कायरतापूर्ण कार्रवाई कर रही है। सिविल अस्पताल के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ बढ़ती जा रही है, और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि अगर न्याय नहीं मिला, तो उनका आंदोलन और भी तेज होगा। इस बीच, राज्य सरकार ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं, और मामले में और जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस घटना के खिलाफ कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है, और यह मामला आगामी दिनों में राजनीति का गर्मा सकता है।
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