दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी हार का सामना करना पड़ा है। मुख्यमंत्री आतिशी ने पार्टी की हार स्वीकार करते हुए रविवार को इस्तीफा देने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक, वे आज सुबह करीब 11 बजे राजभवन जाएंगी और अपना इस्तीफा सौंपेंगी। हालांकि, आतिशी ने खुद कालकाजी सीट पर जीत हासिल की है, लेकिन पार्टी के अन्य बड़े नेताओं की हार ने उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया।
आम आदमी पार्टी के बड़े नेता हारे
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के कई प्रमुख नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं की हार ने पार्टी को तगड़ा झटका दिया है। इससे पहले, दिल्ली की राजनीति में इन नेताओं का प्रभाव मजबूत था, लेकिन इस चुनाव में पार्टी को अपनी ताकत खोनी पड़ी।
आतिशी ने कालकाजी सीट पर जीत हासिल की
हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी ने अपनी सीट कालकाजी पर शानदार जीत हासिल की है। शुरुआत में वे इस सीट पर पिछड़ रही थीं, लेकिन अंततः उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी को 3580 वोटों से हराया। चुनाव आयोग के मुताबिक, आतिशी ने 12 राउंड की गिनती के बाद कुल 52,058 वोटों से जीत दर्ज की।
आतिशी की इस जीत ने पार्टी के समर्थकों में कुछ उत्साह का संचार किया, लेकिन बाकी सीटों पर पार्टी की हार ने पार्टी को भारी नुकसान पहुंचाया।
60.54 फीसदी मतदान में घटा मतदान प्रतिशत
दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार कुल 60.54 फीसदी मतदान हुआ है, जो पिछली बार 62.60 फीसदी था। चुनाव आयोग के अनुसार, कुल 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को मतदान हुआ था। मतदान में कमी देखने को मिली है, जो इस बार के चुनाव परिणामों के बारे में और अधिक सवाल खड़े करती है।
सीएम आतिशी ने जनादेश को किया स्वीकार
आम आदमी पार्टी को इस चुनाव में मिली हार के बाद सीएम आतिशी ने जनता के जनादेश को स्वीकार करते हुए कहा कि, "मैं जनता के साथ-साथ अपनी टीम का भी धन्यवाद करना चाहती हूं, जिन्होंने चुनाव के दौरान हिंसा और गुंडागर्दी का सामना किया और जमीनी स्तर पर कड़ी मेहनत की। हमारी टीम ने कई मुश्किलों का सामना किया और उन लोगों तक पहुंची, जिन्हें मदद की जरूरत थी। हम दिल्ली की जनता के जनादेश को स्वीकार करते हैं।"
सीएम आतिशी का इस्तीफा: क्या है राजनीतिक भविष्य?
सीएम आतिशी के इस्तीफे के बाद सवाल उठता है कि आम आदमी पार्टी की राजनीति के अगले कदम क्या होंगे। पार्टी को हार का सामना करने के बाद नई रणनीति बनाने की आवश्यकता होगी, ताकि दिल्ली की राजनीति में अपना प्रभाव फिर से बनाए रख सके। हालांकि, सीएम आतिशी की व्यक्तिगत जीत ने यह भी साबित कर दिया है कि उनकी लोकप्रियता और मेहनत अभी भी कई दिल्लीवासियों के दिलों में जिंदा है।