सिलेंडर लीकेज से मेला क्षेत्र में लगी आग, कल्पवासी का टेंट जलकर राख
मेला क्षेत्र के सेक्टर 19 स्थित वट माधव मार्ग पर रविवार सुबह सिलेंडर से गैस लीकेज होने के कारण आग लग गई। इस हादसे में एक कल्पवासी का टेंट और उसमें रखा सामान पूरी तरह जलकर राख हो गया। घटना के बाद मेला क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल बन गया, लेकिन पुलिस और अग्निशमन विभाग की त्वरित कार्रवाई से आग पर काबू पा लिया गया।

प्रयागराज: मेला क्षेत्र के सेक्टर 19 स्थित वट माधव मार्ग पर रविवार सुबह सिलेंडर से गैस लीकेज होने के कारण आग लग गई। इस हादसे में एक कल्पवासी का टेंट और उसमें रखा सामान पूरी तरह जलकर राख हो गया। घटना के बाद मेला क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल बन गया, लेकिन पुलिस और अग्निशमन विभाग की त्वरित कार्रवाई से आग पर काबू पा लिया गया।
घटना का विवरण
सेक्टर 19 में ओम प्रकाश पांडे सेवा संस्थान का शिविर स्थापित है, जहां मेला के दौरान अनेक श्रद्धालु और कल्पवासी ठहरे हुए हैं। रविवार सुबह कर्मा घूरपुर के निवासी राजेंद्र कुमार जायसवाल भी यहां कल्पवास कर रहे थे और उनके पास एक टेंट लगा हुआ था। उस समय वह चाय बना रहे थे, तभी अचानक गैस सिलेंडर से लीकेज होने के कारण आग लग गई। सिलेंडर में लीकेज होने से पहले ही चाय बनाने के दौरान गैस का रिसाव हुआ और फिर आग ने विकराल रूप ले लिया।
आग लगने के बाद मची अफरातफरी
सिलेंडर से गैस लीकेज होने के बाद पूरी स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। आग ने पहले टेंट को अपनी चपेट में लिया, फिर उसमें रखा सामान जलने लगा। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे और शोर मचाना शुरू किया, जिससे वहां अफरातफरी का माहौल बन गया। मौके पर मौजूद पुलिस और अग्निशमन कर्मी तुरंत आग पर काबू पाने के लिए सक्रिय हो गए।
पुलिस और अग्निशमन विभाग की तत्परता
पुलिस और अग्निशमन विभाग ने तत्काल मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, जिससे अन्य टेंट और आस-पास के शिविरों को नुकसान होने से बच गया। अग्निशमन टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आग को बुझा लिया। हालांकि, तब तक एक टेंट और उसमें रखा सारा सामान जल चुका था। आग लगने के बाद किसी प्रकार के जनहानि की कोई खबर नहीं आई है, लेकिन एक टेंट पूरी तरह जलकर राख हो गया।
राजेंद्र कुमार की हुई नुकसान की पुष्टि
राजेंद्र कुमार जायसवाल, जो इस शिविर में कल्पवास कर रहे थे, ने बताया कि आग से उनका टेंट पूरी तरह जल गया है और उसमें रखा सामान भी नष्ट हो गया है। हालांकि, वह किसी प्रकार से सुरक्षित रहे। राजेंद्र ने बताया कि गैस सिलेंडर से रिसाव होने के कारण आग लगी और उन्हें तुरंत समझ में नहीं आया कि क्या करना चाहिए।
शिविर में सुरक्षा उपायों की आवश्यकता
इस घटना ने शिविरों में सुरक्षा के महत्व को एक बार फिर उजागर किया है। आग लगने के कारण से नुकसान हुआ, जबकि शिविरों में रहने वाले लोग अक्सर आग जैसी घटनाओं से अंजान होते हैं। प्रशासन और शिविर संचालकों को चाहिए कि वे ऐसे मामलों में सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करें, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।
यह घटना मेला क्षेत्र में लगी आग का उदाहरण है, जो सिलेंडर से गैस लीकेज होने के कारण हुई। हालांकि, अग्निशमन विभाग और पुलिस की तत्परता से कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई, लेकिन यह घटना हमें आग से बचने के उपायों और सुरक्षा प्रणालियों की आवश्यकता की याद दिलाती है। स्थानीय प्रशासन को शिविरों में रह रहे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाने की आवश्यकता है।
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