IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड ने पहने हरे आर्मबैंड, अंगदान के प्रति जागरूकता फैलाने का संदेश
भारत और इंग्लैंड क्रिकेट टीमों ने बुधवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए तीसरे और अंतिम वनडे मैच में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। दोनों टीमों ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के 'Donate Organs, Save Lives' अभियान के समर्थन में हरे रंग के आर्मबैंड पहने। इस अभियान का उद्देश्य अंगदान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना और लोगों को इसके प्रति प्रेरित करना है।

BCCI की पहल और उद्देश्य
BCCI ने एक बयान जारी कर इस पहल की जानकारी दी और बताया कि यह अभियान विशेष रूप से अंगदान के महत्व को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है। बयान में कहा गया, "दोनों टीमें 'Donate Organs, Save Lives' अभियान के समर्थन में हरे आर्मबैंड पहन रही हैं। यह पहल ICC के चेयरमैन श्री जय शाह के नेतृत्व में चल रही है।"
BCCI के इस कदम का उद्देश्य देशवासियों को अंगदान के महत्व के बारे में जागरूक करना है, ताकि जरूरतमंदों को जीवन बचाने के अधिक अवसर मिल सकें। अंगदान न केवल एक व्यक्ति की जान बचा सकता है, बल्कि यह दूसरों के लिए एक नया जीवन भी दे सकता है।
अंगदान पर जोर
अंगदान को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए क्रिकेट का मैदान एक बेहतरीन माध्यम साबित हो सकता है। क्रिकेट की विश्वभर में व्यापक फैन फॉलोइंग और इसका वैश्विक प्रभाव इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने में मदद करेगा। इस पहल के जरिए BCCI ने एक सकारात्मक संदेश दिया है कि खेल को केवल मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
इंग्लैंड और भारत के क्रिकेटरों की प्रतिक्रिया
भारत और इंग्लैंड की टीमों के क्रिकेटरों ने इस पहल में पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। दोनों टीमों के कप्तानों और खिलाड़ियों ने अपने आर्मबैंड पहने हुए मैदान पर कदम रखा और यह दिखाया कि क्रिकेट केवल खेल नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी एक साधन हो सकता है। अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के इस प्रयास में दोनों टीमों का योगदान सराहनीय था।
आईसीसी अध्यक्ष जय शाह का योगदान
इस अभियान की अगुवाई ICC के चेयरमैन जय शाह कर रहे हैं। उन्होंने इस पहल को लेकर कहा, "अंगदान के महत्व को समझते हुए, हमें इसे बढ़ावा देने की आवश्यकता है। यह एक मानवीय कदम है, जो लाखों लोगों की जिंदगी बचा सकता है। हम आभारी हैं कि क्रिकेट जैसी लोकप्रिय खेल ने इस अभियान में अपना योगदान दिया है।"
समाज में सकारात्मक बदलाव का प्रयास
BCCI का यह कदम दिखाता है कि खेल केवल जीत और हार तक सीमित नहीं होता, बल्कि वह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी सहायक हो सकता है। अंगदान जैसे संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा करने के लिए क्रिकेट जैसे मंच का उपयोग करना निश्चित ही प्रभावी रहेगा।
इस पहल के माध्यम से भारतीय और इंग्लैंड क्रिकेट टीमों ने केवल खेल की दुनिया में अपनी भूमिका को मजबूत किया, बल्कि एक महत्वपूर्ण सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वाह भी किया।
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