MANIPUR में संवैधानिक संकट के कारण लगाना पड़ा राष्ट्रपति शासन: कांग्रेस
शुक्रवार को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने पर केन्द्र और राज्य दोनों में बीजेपी सरकारों की विफलता को जिम्मेदार बताया है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मणिपुर के लोगों से माफी मांगने का आग्रह किया है।

पीटीआई: शुक्रवार को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने पर केन्द्र और राज्य दोनों में बीजेपी सरकारों की विफलता को जिम्मेदार बताया है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मणिपुर के लोगों से माफी मांगने का आग्रह किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने उठाए सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने X पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा कि मणिपुर में संविधानिक संकट उत्पन्न हो गया है, जिसके कारण राष्ट्रपति शासन लागू किया गया है। खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह संकट बीजेपी सरकार की नाकामी का परिणाम है।
उन्होंने लिखा, "नरेंद्र मोदी जी, आपकी पार्टी केंद्र में 11 वर्षों से सत्ता में है। आपकी पार्टी मणिपुर में 8 वर्षों से सत्ता में थी। बीजेपी ही वह पार्टी थी जो राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी निभा रही थी।"
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन की आवश्यकता
खड़गे ने यह भी कहा कि मणिपुर में हिंसा और असहमति के चलते राज्य सरकार असफल साबित हो चुकी थी। राज्य में राष्ट्रपति शासन की घोषणा को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी के शासन में मणिपुर में स्थिति खराब हुई है और राज्य में हिंसा में बढ़ोतरी देखी गई है, जो अब राष्ट्रपति शासन लागू करने की वजह बनी है।
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प्रधानमंत्री से माफी की मांग
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी से मणिपुर के लोगों से माफी मांगने का आग्रह किया है। कांग्रेस के अनुसार, बीजेपी सरकार की नाकामी का खामियाजा मणिपुर के लोगों को भुगतना पड़ा है, और अब प्रधानमंत्री को इस पर खुलकर माफी मांगनी चाहिए।
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन के लागू होने के बाद कांग्रेस ने बीजेपी की कार्यशैली और नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस का कहना है कि यह एक प्रमाण है कि बीजेपी ने राज्य और देश दोनों में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में पूरी तरह से नाकामी दिखाई है।
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