अखिलेश यादव के करीबी सपा नेता के अवैध मैरिज हॉल पर चला बुल्डोजर
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व कोषाध्यक्ष और अखिलेश यादव के करीबी सहयोगी माने जाने वाले कैश खां के अवैध मैरिज हॉल को प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई नगर पालिका द्वारा अवैध कब्जे को लेकर जारी की गई नोटिस के बाद की गई है। प्रशासनिक अधिकारियों ने इस पर अवैध निर्माण का आरोप लगाते हुए बुधवार सुबह कार्रवाई की, जिसके बाद मैरिज हॉल को पूरी तरह से गिरा दिया गया।

एसडीएम और पुलिस बल ने की कार्रवाई
मंगलवार सुबह, एसडीएम रामकेश, नगर पालिका के ईओ शुभेंद मोहन चौधरी और कोतवाली प्रभारी कपिल दुबे पुलिस बल के साथ मोहल्ला बालापीर स्थित कैश खां के मैरिज हॉल पहुंचे। यहां पैमाइश के बाद प्रशासन ने अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर का उपयोग किया। प्रशासन का दावा है कि कैश खां ने नगर पालिका की सड़क पर अवैध कब्जा कर इस मैरिज हॉल का निर्माण किया था, जिससे नगर प्रशासन ने बार-बार उसे हटाने की चेतावनी दी थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई थी।
मूल्य करीब एक करोड़ रुपये
कैश खां का यह मैरिज हॉल लगभग एक करोड़ रुपये की लागत से बना था। इसके अवैध निर्माण के खिलाफ कई बार नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन निर्माण कार्य रोकने के बावजूद प्रशासन को कार्यवाही करने के लिए मजबूर होना पड़ा। प्रशासन के अनुसार, यह कार्रवाई नगर पालिका द्वारा जारी नोटिस के पालन में की गई है, जिसके तहत अवैध कब्जे और निर्माण के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात कही गई थी।
मंदिर की जमीन पर कब्जे का आरोप
इसके अलावा, कैश खां पर मंदिर की जमीन पर कब्जा करने का भी आरोप है। यह आरोप स्थानीय लोगों और नेताओं द्वारा लगाए गए हैं। कैश खां के मैरिज हॉल के ठीक सामने एक मंदिर की जमीन पर भी अवैध कब्जा करने का मामला सामने आया है। पूर्व सांसद सुब्रत पाठक और तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत ने इस मामले की शिकायत जिला अधिकारी (डीएम) से की थी और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की थी।
राजनीतिक दबाव और प्रतिक्रिया
कैश खां के सपा से जुड़े होने और अखिलेश यादव के करीबी सहयोगी होने की वजह से इस कार्रवाई को राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जा रहा है। समाजवादी पार्टी और विपक्षी नेताओं द्वारा इस पर प्रतिक्रिया दी जा रही है, हालांकि सपा के किसी भी वरिष्ठ नेता ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
प्रशासन का स्पष्ट संदेश
एसडीएम रामकेश ने इस कार्रवाई को लेकर बताया कि प्रशासन ने पहले ही इस अवैध कब्जे को हटाने के लिए नोटिस जारी किए थे, लेकिन जब कैश खां ने इसे नजरअंदाज किया, तो प्रशासन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता महसूस हुई। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रशासन का उद्देश्य किसी खास व्यक्ति को निशाना बनाना नहीं था, बल्कि यह कार्रवाई कानून और नियमों के तहत की गई है।
कैश खां के मैरिज हॉल पर की गई यह बुलडोजर कार्रवाई प्रशासन की सख्ती और अवैध निर्माण के खिलाफ बढ़ते कदमों का संकेत है। हालांकि यह मामला राजनीतिक संदर्भ में भी चर्चा का विषय बना हुआ है, लेकिन प्रशासन ने इस मामले में अपनी कार्रवाई को सही ठहराया है। आगामी दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में और क्या विकास होता है और क्या स्थानीय लोग और नेता इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रियाएं जारी रखते हैं।
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