आरा के तरारी प्रखंड में मकर संक्रांति के मौके पर खेल मेला, घुड़दौड़ प्रतियोगिता की तैयारी जोरों पर
आरा के तरारी प्रखंड के कुरमुरी गांव स्थित भाष्कर धाम खेल मैदान में आगामी 15 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर पारंपरिक खेल मेला आयोजित किया जाएगा। इस मेले का मुख्य आकर्षण घुड़दौड़ प्रतियोगिता होगी, जिसमें विभिन्न राज्यों के घोड़े और घुड़सवार भाग लेंगे। खास बात यह है कि इस प्रतियोगिता में बिहार के बाहुबली नेता अनंत सिंह के घोड़े 'लाडला' की भागीदारी को लेकर खासा चर्चा हो रही है।

घुड़दौड़ प्रतियोगिता में लाडला की धमाकेदार वापसी
अनंत सिंह के घोड़े 'लाडला' को लेकर इस प्रतियोगिता में खासा उत्साह देखा जा रहा है। लाडला ने पहले भी कई प्रतियोगिताओं में अपनी तेज़ दौड़ से सबका ध्यान खींचा है, और इस बार भी उम्मीद जताई जा रही है कि वह अपनी रफ्तार से सभी घोड़ों को पछाड़ने में कामयाब होगा।
घुड़दौड़ प्रतियोगिता में बिहार और उत्तर प्रदेश से कुल 50-60 घोड़े और घुड़सवारों के भाग लेने की संभावना जताई जा रही है। प्रतियोगिता में शामिल होने वाले अन्य प्रमुख घोड़े अनंत सिंह के करीबी दोस्त और क्षेत्रीय प्रभावशाली नेता अजय सिंह, विवेका पहलवान, उत्तर प्रदेश के सुधीर सिंह, मसूद खान और रूबी किन्नर जैसे नामी घुड़सवारों के होंगे।
घुड़दौड़ की तैयारी अंतिम चरण में
घुड़दौड़ प्रतियोगिता की तैयारियाँ अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। गांव के बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों ने मिलकर खेल मैदान को समतल किया है, जिससे प्रतियोगिता के लिए एक उत्तम ट्रैक तैयार किया गया है। आयोजन में पीरो अनुमंडल के ईंट व्यवसायी डब्लू राय और घोड़ा प्रेमी समाजसेवी छोटे बाबा का विशेष योगदान है।
आयोजक बताते हैं कि प्रतियोगिता के आयोजन के लिए सभी घुड़सवारों को निमंत्रण दिया गया है और समस्त गांववाले भी इस मेले की सफलता के लिए सामूहिक प्रयास कर रहे हैं।
ग्रामीणों की पहल पर बिना सरकारी मदद के खेल मेला
यह खेल मेला हर साल मकर संक्रांति के दिन आयोजित किया जाता है, और इसे पूरी तरह से ग्रामीणों की मेहनत से बिना किसी सरकारी मदद के आयोजित किया जाता है। मेला स्थल पर एक 400 मीटर लंबी दौड़ की परिधि बनाई गई है, जिसे पूरी तरह से तैयार करने में सभी गांववासियों ने दिन-रात एक कर दिया है।
अनंत सिंह के महंगे शौक और घोड़े की प्रसिद्धि
बाहुबली नेता अनंत सिंह अपने शाही शौकों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। उन्हें हाथी-घोड़ा, बग्घी, विदेशी गाड़ियाँ और सोने के मुकुट का विशेष शौक है। सोनपुर मेले में उनका घोड़ा हमेशा आकर्षण का केंद्र रहा है, और उनका नाम ‘लाडला’ और ‘बादल’ जैसे घोड़ों के कारण काफी प्रसिद्ध हुआ है। इसके अलावा, अनंत सिंह अजगर पालने और सोने की सीकरी पहनाने के लिए भी चर्चित हैं।
साल 2017 के सोनपुर मेले में उनकी हथिनी 'पूरबी' को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आए थे। साथ ही, उनके पास एक शानदार बग्घी भी है, जिसे उन्होंने दिल्ली से मंगवाया था।
अनंत सिंह का पसंदीदा वाहन मर्सिडीज कार है, और वे अक्सर मर्सिडीज में ही यात्रा करते हैं, जो उनकी शाही जीवनशैली को दर्शाता है।
यह खेल मेला और घुड़दौड़ प्रतियोगिता ग्रामीण समुदाय की एकता और उनके प्रयासों का प्रतीक बन चुकी है। बिना किसी सरकारी सहायता के इस आयोजन की सफलता सुनिश्चित करना गांववालों की प्रतिबद्धता और समर्पण को दर्शाता है। अब सबकी नजरें 15 जनवरी पर होंगी, जब लाडला और अन्य घोड़े अपने जलवे दिखाने के लिए तैयार होंगे।
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