किसान नेता अभिमन्यु कोहर का केंद्र पर दबाव, कहा- "हमारी मांगें पूरी हों तो विरोध खत्म"
किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से केंद्र के हाथ में है कि उनका विरोध कब तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र उनकी मांगों को पूरा करता है, तो किसान आंदोलन जल्द समाप्त हो सकता है, लेकिन अगर सरकार ने इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया, तो उनका विरोध जारी रहेगा।

चंडीगढ़,1जनवरी: किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से केंद्र के हाथ में है कि उनका विरोध कब तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र उनकी मांगों को पूरा करता है, तो किसान आंदोलन जल्द समाप्त हो सकता है, लेकिन अगर सरकार ने इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया, तो उनका विरोध जारी रहेगा।
एमएसपी को कानूनी गारंटी देने की मांग
कोहर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, "हमारी प्रमुख मांग है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी गारंटी दी जाए, जिसे संसदीय पैनल ने भी अपनी रिपोर्ट में सही ठहराया है।" उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर कोई अड़चन नहीं होनी चाहिए और केंद्र सरकार को जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि किसानों की समस्याओं का समाधान हो सके।
किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवा की भूख हड़ताल का 38वां दिन
कोहर का बयान उस वक्त आया है जब किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवा की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का 38वां दिन था। दल्लेवा के स्वास्थ्य के बारे में चिंता जताते हुए कोहर ने कहा कि उनका स्वास्थ्य प्रतिदिन बिगड़ता जा रहा है, और उन्होंने किसानों के अधिकारों के लिए अपना जीवन दांव पर लगा दिया है। कोहर ने यह भी कहा कि दल्लेवा का संघर्ष किसानों के हितों के लिए है और उनकी हालत में कोई सुधार न होने से आंदोलन में शामिल सभी किसान चिंतित हैं।
खनौरी और शंभू सीमा पर विरोध जारी
जब संवाददाताओं ने खनौरी और शंभू सीमा पर किसानों के विरोध की निरंतरता के बारे में सवाल किया, तो कोहर ने कहा, "यह अब केंद्र के हाथ में है। अगर वे हमारी मांगों को स्वीकार करते हैं, तो हम विरोध समाप्त कर देंगे।" उन्होंने यह स्पष्ट किया कि किसानों का आंदोलन केवल अपने अधिकारों की रक्षा के लिए है और वे तब तक शांत नहीं बैठेंगे जब तक उनकी जायज़ मांगें पूरी नहीं की जातीं।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर कोहर की प्रतिक्रिया
गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि कुछ किसान नेता जमीनी स्तर पर स्थिति को और जटिल बनाने के लिए मीडिया में गैर-जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कोहर ने कहा, "हमें अभी तक अदालत की टिप्पणियों को ठीक से पढ़ने का मौका नहीं मिला है। हालांकि, हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से जारी है और हमारे किसी भी नेता ने मीडिया में कोई गैर-जिम्मेदाराना बयान नहीं दिया है। हम सिर्फ अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं।"
किसान आंदोलन की दिशा
कोहर ने स्पष्ट किया कि उनका आंदोलन किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए है और यह तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लेती। उन्होंने कहा, "हमारा विरोध शांतिपूर्ण है, और हमारी एकमात्र मांग है कि MSP को कानूनी गारंटी दी जाए ताकि किसानों को अपनी उपज का उचित मूल्य मिल सके।"
किसान नेता अभिमन्यु कोहर का यह बयान केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का एक और प्रयास था, जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार के पास सभी विकल्प हैं, लेकिन यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तो आंदोलन लगातार जारी रहेगा। साथ ही, उन्होंने इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों पर अपनी प्रतिक्रिया दी और साफ किया कि किसानों का आंदोलन शांति और सम्मान के साथ जारी रहेगा।
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