गोरखपुर-नकहाजंगल-आनंदनगर-बढ़नी-गोंडा रेलमार्ग के दोहरीकरण को रेलवे बोर्ड की हरी झंडी

रेलवे बोर्ड ने गोरखपुर-नकहाजंगल-आनंदनगर-बढ़नी-गोंडा रेलमार्ग के दोहरीकरण को मंजूरी दे दी है। इस महत्वपूर्ण परियोजना के तहत, नकहाजंगल से गोंडा तक और मथुरा से कासगंज तक कुल 215 किमी रेल मार्ग का दोहरीकरण किया जाएगा। इस फैसले से इन रूटों पर ट्रेन संचालन में काफी सुधार होगा और यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी।

Feb 1, 2025 - 15:16
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गोरखपुर-नकहाजंगल-आनंदनगर-बढ़नी-गोंडा रेलमार्ग के दोहरीकरण को रेलवे बोर्ड की हरी झंडी
गोरखपुर: रेलवे बोर्ड ने गोरखपुर-नकहाजंगल-आनंदनगर-बढ़नी-गोंडा रेलमार्ग के दोहरीकरण को मंजूरी दे दी है। इस महत्वपूर्ण परियोजना के तहत, नकहाजंगल से गोंडा तक और मथुरा से कासगंज तक कुल 215 किमी रेल मार्ग का दोहरीकरण किया जाएगा। इस फैसले से इन रूटों पर ट्रेन संचालन में काफी सुधार होगा और यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी।
रेलवे बोर्ड ने फाइनल लोकेशन सर्वे (एफएलएस) के लिए नकहाजंगल-गोंडा रूट के लिए 4.30 करोड़ रुपये और मथुरा-कासगंज रूट के लिए 2.10 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है, जिससे कुल 6.40 करोड़ रुपये की राशि परियोजना पर खर्च की जाएगी। रेलवे प्रशासन ने सर्वे के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करना भी शुरू कर दिया है। डीपीआर पर बोर्ड की मंजूरी के बाद दोहरीकरण की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी।
नई रेल लाइन और बाइपास मार्ग का निर्माण
गोरखपुर-नकहाजंगल-आनंदनगर-बढ़नी-गोंडा रेलमार्ग के दोहरीकरण के बाद यात्रीगण के लिए अतिरिक्त ट्रेनों की उपलब्धता हो सकेगी। साथ ही सीतापुर-गोंडा और लखनऊ-गोंडा रूट की ट्रेनें आनंदनगर-घुघली होकर नरकटियागंज रेलमार्ग तक पहुंच सकेंगी, जिससे गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों का दबाव कम होगा। आनंदनगर से घुघली तक 50 किमी नई रेल लाइन का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है।
पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख सुधार
गोरखपुर-नरकटियागंज रेलमार्ग का दोहरीकरण भी तेजी से चल रहा है और यह परियोजना अगले कुछ महीनों में पूरी होने की संभावना है। साथ ही गोरखपुर-आनंदनगर-गोंडा रूट का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है, और यहां एक दर्जन से अधिक ट्रेनें पहले ही संचालित हो रही हैं।
गोरखपुर कैंट से नरकटियागंज तक और भटनी से औड़िहार तक 116 किमी रेल लाइन का दोहरीकरण भी चल रहा है, जो अप्रैल तक पूरा हो जाएगा। इस रूट पर डबल लाइन की शुरुआत के बाद, गोरखपुर-भटनी से बनारस होते हुए प्रयागराज तक ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।
प्रमुख रेलमार्गों पर जल्द होगा दोहरीकरण
पूर्वोत्तर रेलवे के अन्य प्रमुख रेलमार्गों पर भी दोहरीकरण का कार्य जारी है। झूसी से प्रयागराज के बीच गंगा पुल पर भी ट्रेनें चलने लगी हैं, जबकि बाराबंकी-गोंडा-गोरखपुर-छपरा मुख्य रेलमार्ग पर पहले से ही डबल लाइन पर ट्रेनें फर्राटा भर रही हैं। आने वाले दिनों में पूर्वोत्तर रेलवे के सभी रेलमार्गों पर डबल लाइन बिछाए जाने से ट्रेनों की संख्या में वृद्धि होगी और यात्री सेवाओं में सुधार होगा।

रेलवे बोर्ड की मंजूरी से गोरखपुर-नकहाजंगल-आनंदनगर-बढ़नी-गोंडा रेलमार्ग के दोहरीकरण के साथ-साथ अन्य प्रमुख रेलमार्गों पर भी दोहरीकरण की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। इससे ट्रेनों के समय पालन में सुधार होगा और यात्रियों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी।

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Prashant Singh Journalism Student University Of Lucknow.