उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विधानसभा परिसर में नवीनीकरण कार्य की सराहना की
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को विधानसभा परिसर के गैलरी क्षेत्र का दौरा किया और वहां किए गए नवीनीकरण और आधुनिकीकरण कार्य की सराहना की। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उनका स्वागत किया। इस दौरान, राज्यपाल ने परिसर में किए गए सुधारों को लेकर अपनी संतुष्टि व्यक्त की और उनकी प्रशंसा की।

विधानसभा परिसर का दौरा और नवीनीकरण कार्य की सराहना
राजभवन द्वारा जारी किए गए एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विधानसभा परिसर में किए गए विभिन्न नवीनीकरण और आधुनिकीकरण कार्यों को देखा। उन्होंने विधानसभा परिसर में स्थापित किए गए भित्ति चित्रों की सराहना की। ये भित्ति चित्र राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करते हैं और उन्हें देखकर यह स्पष्ट होता है कि इन कार्यों का उद्देश्य इतिहास और संस्कृति के प्रति सम्मान और संरक्षण को बढ़ावा देना है।
राज्यपाल ने परिसर में उपलब्ध अत्याधुनिक सुविधाओं, डिजिटल गैलरी और उन नवाचारों की भी सराहना की जो इस ऐतिहासिक परिसर के ऐतिहासिक धरोहर को बचाने के लिए किए गए हैं। उन्होंने इन सुधारों को राज्य की विधायिका के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
डिजिटल गैलरी और अन्य प्रमुख स्थानों का दौरा
राज्यपाल ने विधानसभा परिसर के विभिन्न प्रमुख स्थानों का दौरा भी किया। उन्होंने डिजिटल गैलरी का दौरा किया, जिसमें राज्य की राजनीति और इतिहास से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेजों और जानकारी को डिजिटली प्रस्तुत किया गया है। इसके अतिरिक्त, राज्यपाल ने राजर्षि पुरुषोत्तम दास हॉल, विधानसभा हॉल और संसदीय दल कार्यालय का भी दौरा किया। इन स्थानों पर भी नवीनीकरण कार्य किए गए हैं, जो उनकी ऐतिहासिकता और कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं।
लाइट एंड साउंड शो का अनुभव
राज्यपाल ने विधानसभा परिसर में आयोजित लाइट और साउंड शो का भी अनुभव लिया। इस शो के माध्यम से विधानसभा परिसर की ऐतिहासिकता और उसकी गौरवमयी यात्रा को प्रदर्शित किया गया। यह शो न केवल राज्य की ऐतिहासिक धरोहर को उजागर करता है, बल्कि विधानसभा परिसर के महत्व को भी प्रस्तुत करता है।
आधुनिकीकरण के महत्व पर राज्यपाल का दृष्टिकोण
राज्यपाल ने नवीनीकरण और आधुनिकीकरण कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह कदम उत्तर प्रदेश की विधायिका के विकास और उसके प्रति सम्मान को दर्शाता है। उनके अनुसार, इस प्रकार के सुधार केवल भवन और सुविधाओं में बदलाव नहीं लाते, बल्कि यह राज्य की संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण के साथ-साथ विधायिका के कार्यों में दक्षता और पारदर्शिता को भी बढ़ाते हैं।
राज्यपाल ने इन कार्यों को उत्तर प्रदेश की लोकतांत्रिक संस्थाओं के लिए एक प्रेरणादायक कदम बताया और उम्मीद जताई कि इन सुधारों से विधायिका के कार्यों में और भी सुधार आएगा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा परिसर में किए गए नवीनीकरण और आधुनिकीकरण कार्यों की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा की गई सराहना न केवल राज्य की ऐतिहासिक धरोहर को बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह राज्य के विकास और विधायिका की मजबूती को भी दर्शाता है। इस सुधार प्रक्रिया के माध्यम से उत्तर प्रदेश की विधानसभा की कार्यप्रणाली और सार्वजनिक छवि में सुधार की संभावना प्रबल हो सकती है।
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