योगी आदित्यनाथ ने वक्फ बोर्ड पर कड़ी टिप्पणी की, जमीन कब्जाने वालों से एक-एक इंच जमीन वापस लेने की चेतावनी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को वक्फ बोर्ड के नाम पर जमीन कब्जाने वालों को चेतावनी दी और कहा कि उनकी सरकार वक्फ अधिनियम में संशोधन करने के बाद एक-एक इंच जमीन की जांच कर रही है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जिन लोगों ने वक्फ के नाम पर जमीन कब्जाई है, उनसे जमीन वापस ली जाएगी, और यह भूमि गरीबों के लिए आवास, शिक्षण संस्थान और अस्पताल बनाने के लिए इस्तेमाल की जाएगी।

उत्तर प्रदेश, 09 जनवरी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को वक्फ बोर्ड के नाम पर जमीन कब्जाने वालों को चेतावनी दी और कहा कि उनकी सरकार वक्फ अधिनियम में संशोधन करने के बाद एक-एक इंच जमीन की जांच कर रही है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जिन लोगों ने वक्फ के नाम पर जमीन कब्जाई है, उनसे जमीन वापस ली जाएगी, और यह भूमि गरीबों के लिए आवास, शिक्षण संस्थान और अस्पताल बनाने के लिए इस्तेमाल की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड क्या है, यह समझना कठिन है – यह एक धार्मिक संस्थान है या फिर भू-माफिया का नेटवर्क। उन्होंने अपनी सरकार के कदमों का समर्थन करते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी, और इन जमीनी अपराधों को बेनकाब किया जाएगा।
कुंभ की परंपरा को अहमियत दी, वक्फ की तुलना से किया इंकार
योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम के दौरान कुंभ मेला की परंपरा को वक्फ से कहीं अधिक पुरानी बताया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की परंपरा आकाश से ऊंची और समुद्र से गहरी है, जिसकी तुलना किसी भी धर्म या मत से नहीं की जा सकती। मुख्यमंत्री ने तर्क देते हुए कहा कि कुंभ मेला भारत की सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है, जो वक्फ की परंपरा से कहीं अधिक प्राचीन है।
सपा और लोहिया पर हमला, अयोध्या के विकास का समर्थन
मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके नेताओं पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि डॉ. राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि यदि भारत को समझना है, तो राम, कृष्ण और शिव की परंपराओं को समझो। योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि सपा के नेता इन विचारों को कभी नहीं समझ पाए और उन्होंने अयोध्या के विकास के विरोधियों को भी कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने अयोध्या के विकास का विरोध किया, उन्हें अब वहां जाने का नैतिक अधिकार नहीं है।
घर वापसी और धर्म परिवर्तन पर मुख्यमंत्री का बयान
धर्म परिवर्तन और घर वापसी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अपनी मर्जी से अपने धर्म में लौटने की इच्छा व्यक्त करता है, तो उसका स्वागत किया जाना चाहिए। यह धर्म और परंपरा के प्रति जागरूकता का संकेत है, और समाज में धार्मिक सद्भाव बनाए रखने के लिए यह कदम आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि कोई अपने धर्म से वापस लौटना चाहता है, तो यह एक सकारात्मक कदम है और इसे समर्थन मिलना चाहिए।
कुंभ, अयोध्या और मथुरा-वृंदावन के विकास को नकारने वालों पर कटाक्ष
योगी आदित्यनाथ ने उन लोगों पर भी निशाना साधा जो कुंभ आयोजन, अयोध्या के विकास, काशी के कायाकल्प और मथुरा-वृंदावन के सौंदर्यीकरण का विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो विदेशी आक्रांताओं की विरासत पर गौरव का अनुभव करते हैं, उन्हें भारत की महान सांस्कृतिक धरोहर, जैसे महाकुंभ और अयोध्या के विकास के महत्व को समझने में कठिनाई होती है। मुख्यमंत्री ने इन लोगों पर आरोप लगाया कि यह लोग केवल समाज में जाति, क्षेत्र और भाषा के आधार पर विभाजन करना चाहते हैं, और इसके बाद अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम करते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर अपनी सरकार की कड़ी नीति और समर्पण का प्रदर्शन किया, विशेष रूप से वक्फ बोर्ड के नाम पर किए गए भूमि कब्जों के खिलाफ कार्रवाई, कुंभ मेला की महिमा और अयोध्या के विकास को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की। उनके इन बयान से यह साफ है कि उनका उद्देश्य प्रदेश में समाज की एकता और सांस्कृतिक गौरव को बढ़ावा देना है।
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