सिद्धारमैया ने कहा: महात्मा गांधी एक कट्टर हिंदू थे, कांग्रेस "गांधी के हिंदुत्व" में विश्वास करती है

Jan 21, 2025 - 18:28
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सिद्धारमैया ने कहा: महात्मा गांधी एक कट्टर हिंदू थे, कांग्रेस "गांधी के हिंदुत्व" में विश्वास करती है
कर्नाटक, 21 जनवरी: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मंगलवार को महात्मा गांधी को एक कट्टर हिंदू के रूप में प्रस्तुत करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी गांधी के हिंदुत्व में विश्वास करती है। उन्होंने भाजपा पर महात्मा गांधी को हिंदू विरोधी के रूप में पेश करने के आरोप लगाए और इसे पूरी तरह से झूठ बताया।
महात्मा गांधी के हिंदुत्व पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का बयान

बेलगावी में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने महात्मा गांधी की प्रतिमा का उद्घाटन करते हुए यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी हमेशा भगवान राम का नाम लेते थे और नाथूराम गोडसे द्वारा हत्या के समय भी उन्होंने "हे राम" कहा था। सिद्धारमैया ने गांधी के विचारों को सही तरीके से समझने की अपील की और कहा कि गांधी ने कभी हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं कहा था, बल्कि वह हिंदू धर्म में सुधार चाहते थे।
कांग्रेस पार्टी का गांधी के हिंदुत्व में विश्वास
सिद्धारमैया ने स्पष्ट रूप से कहा, "हम महात्मा गांधी के हिंदुत्व में विश्वास करते हैं, और भाजपा समाज को बांटने में विश्वास करती है।" उन्होंने भाजपा को 'मनुवादी' कहा और दावा किया कि कांग्रेस भारतीय संविधान में विश्वास करती है, जबकि भाजपा उसकी विचारधारा के खिलाफ है।
भाजपा द्वारा गांधी को हिंदू विरोधी के रूप में पेश करना गलत
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह महात्मा गांधी को हिंदू विरोधी के रूप में पेश करने की कोशिश करती है, जो पूरी तरह से झूठा है। उन्होंने कहा, "यह 100 प्रतिशत झूठ है कि गांधी हिंदू विरोधी थे।" सिद्धारमैया ने कहा कि गांधी का जीवन और उनके विचार किसी भी प्रकार से हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं थे, बल्कि वह समाज में सुधार की दिशा में काम कर रहे थे।
संविधान की रक्षा की आवश्यकता पर बल
सिद्धारमैया ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी भारतीय संविधान की रक्षा में विश्वास करती है और लोकतंत्र को बचाने के लिए काम करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा "अगर हम संविधान की रक्षा करेंगे, तो यह हमारी रक्षा करेगा।" 
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का भाषण
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस मौके पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि यदि देश में संविधान नहीं होता तो अराजकता होती। उन्होंने महात्मा गांधी की भूमिका और योगदान को याद करते हुए कहा, "लोग आजकल गांधीजी को उनके काम, बलिदान और योगदान के लिए याद करते हैं और उनका सम्मान करते हैं।"
कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में कांग्रेस के शीर्ष नेता भी शामिल हुए। इनमें कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार, कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और वायनाड सांसद प्रियंका गांधी सहित अन्य प्रमुख नेताओं ने भाग लिया। यह कार्यक्रम 1924 में कांग्रेस के एकमात्र अधिवेशन की शताब्दी मनाने के लिए आयोजित किया गया था, जिसमें महात्मा गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अध्यक्षता की थी।
सिद्धारमैया के बयान और कांग्रेस के नेताओं के विचार यह स्पष्ट करते हैं कि पार्टी महात्मा गांधी के विचारों और उनके दृष्टिकोण में विश्वास करती है। भाजपा के साथ वैचारिक अंतर को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर संविधान की रक्षा और लोकतंत्र को बनाए रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है।

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Prashant Singh Journalism Student University Of Lucknow.