अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिणी सीमा पर इमरजेंसी घोषित की: अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कदम
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2025 के पहले दिन अपनी शपथ ली और राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभालते हुए कई बड़े फैसले लिए। इन फैसलों में से एक था अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा। ट्रंप ने अपने पहले कार्य दिवस में दक्षिणी सीमा सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाए, जिसका मुख्य उद्देश्य अवैध प्रवासियों की आव्रजन रोकथाम और सुरक्षा को बढ़ावा देना था।

दक्षिणी सीमा पर आपातकाल की घोषणा
राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद, डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की। उनका कहना था, "हमारे देश में अवैध प्रवासन एक गंभीर समस्या बन चुका है, और अब इसे रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।" उन्होंने अमेरिकी सशस्त्र बलों को सीमा पर तैनात कर दिया और अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
ट्रंप के इस कदम का उद्देश्य अवैध प्रवासियों को अमेरिका की सीमा में प्रवेश करने से रोकना और उन्हें उनके मूल स्थानों पर वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू करना है। उन्होंने कहा, "हम अपने देश की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे और अवैध प्रवास को समाप्त करेंगे।"
अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह लाखों अवैध प्रवासियों को उनके मूल देशों में वापस भेजने के लिए अभियान चलाएंगे। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी सरकार अपनी सीमा को पूरी तरह से बंद कर देगी और किसी भी अवैध व्यक्ति को देश में घुसने का मौका नहीं मिलेगा।
यह घोषणा विशेष रूप से भारतीय प्रवासियों के लिए महत्वपूर्ण है, जो अक्सर अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं। अमेरिकी सीमा पर भारतीय नागरिकों के अवैध प्रवेश की संख्या में 2023 में तेजी आई थी। यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में रिकॉर्ड 96,917 भारतीय नागरिकों को अवैध रूप से अमेरिका में घुसने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था।
डंकी रूट: अवैध प्रवास का खतरनाक रास्ता
अवैध प्रवासियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कई रास्तों में से एक प्रमुख मार्ग है "डंकी रूट"। यह मार्ग विशेष रूप से भारतीय नागरिकों के लिए एक प्रमुख तरीका बन चुका है, जिससे वे दक्षिणी अमेरिकी देशों से होते हुए अमेरिका की सीमा तक पहुंचते हैं। यह रास्ता काफी जोखिम भरा और महंगा होता है, और इसमें कई खतरों का सामना करना पड़ता है।
डंकी रूट के जरिए प्रवासी अक्सर लैटिन अमेरिकी देशों जैसे इक्वाडोर, बोलीविया, और पेरू से यात्रा शुरू करते हैं, जहां भारतीय नागरिकों को आसानी से वीजा मिल जाता है। इसके बाद वे कोलंबिया से होकर पनामा के जंगलों में स्थित डेरियन गैप को पार करते हैं, जो अपने जंगली जानवरों, आपराधिक गिरोहों, और खतरनाक रास्तों के लिए प्रसिद्ध है। इस क्षेत्र में कोई सड़क नहीं है, और यहां यात्रा करना बेहद जोखिमपूर्ण है।
इसके बाद, वे मेक्सिको पहुंचकर वहां से अवैध रूप से अमेरिका में घुसने की कोशिश करते हैं। डंकी रूट के इस सफर में एक प्रवासी को लाखों रुपये खर्च करने पड़ते हैं, जो तस्करों और एजेंटों को विभिन्न सेवाओं के लिए भुगतान किया जाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह यात्रा एक प्रवासी के लिए 50 लाख से लेकर 85 लाख रुपये तक महंगी हो सकती है।
भारत से अवैध प्रवासन: एक गहरी समस्या
भारत से अवैध प्रवासन का मुद्दा पिछले कुछ सालों से अमेरिका के लिए चिंता का विषय बन चुका है। भारतीय नागरिक अमेरिका में काम और बेहतर जीवन की तलाश में आते हैं, और इसके लिए वे कई जोखिमपूर्ण रास्तों का सहारा लेते हैं। ट्रंप प्रशासन ने इस प्रवासन को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने का फैसला किया है, जिससे अवैध रूप से प्रवेश करने वाले भारतीयों की संख्या में कमी लाई जा सके।
नए आव्रजन नियमों का प्रस्ताव
ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में आव्रजन नीति में बड़े बदलाव का संकेत दिया है। इसके तहत, अमेरिका में जन्म लेने वाले बच्चों की नागरिकता पर भी सवाल उठाया गया है। ट्रंप का मानना है कि अमेरिका में पैदा हुए बच्चों को नागरिकता मिलने की प्रक्रिया को सख्त किया जाएगा, खासकर उन बच्चों के मामले में जिनके माता-पिता वर्क वीजा पर हैं। यह कदम उन लाखों बच्चों की नागरिकता पर असर डाल सकता है, जिनका जन्म अमेरिका में हुआ है लेकिन उनके माता-पिता अवैध तरीके से वहां रहते हैं।
बाइडन प्रशासन के फैसलों को रद्द करना
राष्ट्रपति बनने के बाद, डोनाल्ड ट्रंप ने तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडन के 78 फैसलों को रद्द करने का भी आदेश दिया। इनमें से एक प्रमुख निर्णय अमेरिका को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर निकालने का था। इसके अलावा, 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल पर हुए हमले के दोषियों को माफी देने से लेकर कई अन्य फैसलों पर भी ट्रंप ने मुहर लगाई।
डोनाल्ड ट्रंप का दक्षिणी सीमा पर आपातकाल की घोषणा और अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्णय अमेरिका की सीमा सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से लिया गया है। ट्रंप के इन फैसलों का उद्देश्य अमेरिका की सख्त आव्रजन नीति को लागू करना और अवैध प्रवास की समस्या को नियंत्रित करना है। हालांकि, इससे कई देशों के नागरिकों, विशेष रूप से भारतीय प्रवासियों पर प्रभाव पड़ेगा, जो अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं।
What's Your Reaction?






