एक साल से फरार,अतीक अहमद का भांजा जका अहमद गिरफ्तार, प्रयागराज पुलिस की बड़ी सफलता
कई महीनों से फरार चल रहे माफिया अतीक अहमद के भांजे मो. जका अहमद को आखिरकार पूरामुफ्ती पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उसके कब्जे से वैगनआर कार, एक तमंचा और कारतूस बरामद किए। जका अहमद पर 10 लाख की रंगदारी मांगने और अन्य आपराधिक मामलों में शामिल होने का आरोप था।

प्रयागराज, 27 दिसंबर: कई महीनों से फरार चल रहे माफिया अतीक अहमद के भांजे मो. जका अहमद को आखिरकार पूरामुफ्ती पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उसके कब्जे से वैगनआर कार, एक तमंचा और कारतूस बरामद किए। जका अहमद पर 10 लाख की रंगदारी मांगने और अन्य आपराधिक मामलों में शामिल होने का आरोप था।
पुलिस ने गांव में की गिरफ्तारी
गुरुवार को जब जका अहमद अपने गांव मरियाडीह लौट आया, तो पुलिस ने घेरेबंदी करके उसे गिरफ्तार कर लिया। जका अहमद पर आरोप था कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर साबिर हुसैन नामक व्यक्ति से रंगदारी मांगी थी। इसके अलावा उसने साबिर के ऊपर हमला किया और जान से मारने की धमकी दी थी। वारदात के बाद जका अहमद दिल्ली और कोलकाता भाग गया था, जहां वह पिछले एक साल से फरार था।
साबिर हुसैन का आरोप
साबिर हुसैन, जो धूमनगंज के जाफरी कालोनी का निवासी है, ने एक साल पहले पूरामुफ्ती थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। साबिर के अनुसार, जब वह अपने प्लाट पर जा रहा था, तब जका अहमद और उसके साथियों ने उसका मोबाइल छीन लिया और 10 लाख की रंगदारी मांगी। बाद में जब साबिर ने विरोध किया और शिकायत करने के लिए जका के घर पहुंचा, तो आरोपितों ने उस पर हमला किया और जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस कार्रवाई और आगे की जांच
डीसीपी सिटी अभिषेक भारती ने पुष्टि की कि जका अहमद को गिरफ्तार किया गया है और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम लगातार जुटी हुई है। इस मामले में पहले भी तीन अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने अवैध रूप से जमीन हथियाने और आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त अन्य अभियुक्तों की तलाश तेज कर दी है।
माफिया गैंग के खिलाफ ऑपरेशन तेज
जका अहमद और उसके गैंग से जुड़े अन्य अपराधियों के खिलाफ पुलिस का ऑपरेशन फिर से तेज कर दिया गया है। डीसीपी सिटी ने सभी अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि माफिया गैंग के सदस्य फिर से सक्रिय न हो पाए और उनके खिलाफ कार्रवाई जारी रखी जाए।
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