कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडे का अंतिम संस्कार में पहुंचे कांग्रेस प्रदेश प्रमुख अजय राय
गोरखपुर में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडे का गुरुवार को अंतिम संस्कार उस समय अस्त-व्यस्त हो गया जब पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रमुख अजय राय उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। अजय राय का वहां पहुंचना स्थानीय लोगों के लिए गुस्से का कारण बन गया। गांववालों ने आरोप लगाया कि राय ने इस त्रासदी का फायदा राजनीतिक लाभ के लिए उठाने की कोशिश की। उनके अनुसार, राय का उपस्थित होना केवल एक राजनीतिक स्टंट जैसा प्रतीत हुआ।
गोरखपुर-उत्तर प्रदेश, 19 दिसंबर: गोरखपुर में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडे का गुरुवार को अंतिम संस्कार पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रमुख अजय राय के वहां पहुंचते ही अस्त-व्यस्त हो गया। अजय उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। अजय राय का वहां पहुंचना स्थानीय लोगों के लिए गुस्से का कारण बन गया। गांववालों ने आरोप लगाया कि राय ने इस घटना से राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश की। उनके अनुसार, राय का उपस्थित होना केवल एक राजनीतिक स्टंट जैसा प्रतीत हुआ।
प्रभात पांडे की मृत्यु के कारण पर विवाद
प्रभात पांडे की बुधवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश विधानसभा के पास पार्टी द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान मृत्यु हो गई थी। कांग्रेस नेता अजय राय ने दावा किया कि उनकी मृत्यु पुलिस क्रूरता के कारण हुई, जबकि पुलिस ने इस बयान को खारिज किया है और कहा है कि प्रभात को कांग्रेस कार्यालय से अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस की ओर से मामले की जांच जारी है।
परिवार का शोक और दुख
प्रभात पांडे के शव को गुरुवार को उनके घर लाया गया था, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। परिवार इस दुःख से अभिभूत था। उनके पिता, दीपक पांडे, आंसुओं के बीच बोलते हुए कहा, "यह मेरे कर्मों का फल है। मेरा इकलौता बेटा चला गया।" प्रभात की मां अंतिम संस्कार स्थल पर बेहोश हो गईं, और उनके दादा, जो एक सेवानिवृत्त डाक कर्मचारी हैं, इस सदमे में बोलने की स्थिति में नहीं थे। परिवार के सदस्य और रिश्तेदार इस कठिन समय में एक-दूसरे का सहारा बने हुए थे।
स्थानीय लोगों का आक्रोश और राजनीतिक आरोप
अजय राय के गोरखपुर पहुंचने के बाद, स्थानीय लोग उनके खिलाफ आक्रोशित हो गए। उनका आरोप था कि राय ने एक दुखद घटना का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश की। कुछ ने यह भी कहा कि राय ने केवल अपनी पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए इस मौके का इस्तेमाल किया। इस तनावपूर्ण माहौल में राय को गांव छोड़ने के लिए कहा गया।
कांग्रेस नेताओं का समर्थन और विवाद
कांग्रेस पार्टी ने प्रभात पांडे की मृत्यु के मामले को गंभीरता से लिया और पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। अजय राय ने दावा किया कि यह घटना पुलिस द्वारा की गई बर्बरता का परिणाम है, जो प्रदेश में सरकार की नाकामी को उजागर करती है। इस घटना के बाद कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए इसे सरकार की गलत नीतियों का परिणाम बताया है।
प्रभात पांडे की मौत और उनके अंतिम संस्कार के दौरान उठे राजनीतिक विवाद ने गोरखपुर और प्रदेश के राजनैतिक माहौल को गर्मा दिया है। जहां एक ओर परिवार और गांववाले गहरे शोक में डूबे हैं, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक दल इस घटना को अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। मामले में आगे की जांच और राजनीतिक बयानबाजी का असर आगामी चुनावों पर भी पड़ सकता है।
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