अखिलेश यादव का भाजपा पर तीखा हमला, अंबेडकर और संविधान के प्रति शत्रुता का आरोप
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि भाजपा और उसके नेता बी आर अंबेडकर और उनके द्वारा बनाए गए संविधान के प्रति शत्रुता रखते हैं। यह टिप्पणी उस समय की गई जब बीआर अंबेडकर पर भाजपा के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणियों को लेकर राजनीतिक विवाद गर्मा गया है।
नई दिल्ली, 19 दिसंबर: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि भाजपा और उसके नेता बी आर अंबेडकर और उनके द्वारा बनाए गए संविधान के प्रति शत्रुता रखते हैं। यह टिप्पणी उस समय की गई जब बीआर अंबेडकर पर भाजपा के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणियों को लेकर राजनीतिक विवाद गर्मा गया है।
अमित शाह की टिप्पणी के बाद राजनीतिक विवाद
अखिलेश यादव की यह टिप्पणी भाजपा के नेताओं, विशेष रूप से गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संविधान पर राज्यसभा में की गई एक विवादास्पद टिप्पणी के बाद आई है। मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर बहस के दौरान शाह ने कांग्रेस पर अंबेडकर का नाम लेने का आरोप लगाया और कहा था कि अगर कांग्रेस नेता भगवान का नाम लेते तो उन्हें स्वर्ग में स्थान मिल सकता था। शाह के इस बयान पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने विरोध किया और शाह के इस्तीफे की मांग की।
अखिलेश यादव ने भाजपा को आड़े हाथ लिया
कन्नौज के सांसद अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि उनकी पार्टी और उसके नेता संविधान और अंबेडकर के प्रति सम्मान नहीं दिखाते। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की 'संविधान विरोधी' सोच को दर्शाता है। अखिलेश ने भाजपा नेताओं से सवाल किया कि अगर वे अंबेडकर को लेकर अपनी टिप्पणियों पर शर्मिंदा नहीं हैं, तो वे सार्वजनिक रूप से माफी क्यों नहीं मांगते।
प्रधानमंत्री और भाजपा नेताओं का शाह के बचाव में उतरना
इस विवाद के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ और अन्य भाजपा नेता अमित शाह के बचाव में सामने आए हैं। भाजपा नेताओं ने कहा कि शाह ने केवल कांग्रेस के "अंबेडकर विरोधी" रुख को उजागर किया और विपक्षी दलों के आरोपों को राजनीतिक करार दिया। भाजपा ने यह भी कहा कि शाह का बयान संविधान और अंबेडकर के प्रति उनकी आस्थाओं को नकारता नहीं है, बल्कि यह कांग्रेस की नीति को उजागर करता है।
कांग्रेस और विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने शाह की टिप्पणियों को लेकर कड़ी आलोचना की है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इसे अंबेडकर और उनके योगदान का अपमान करार दिया और भाजपा सरकार से इस पर माफी की मांग की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी सहित कई विपक्षी नेता शाह के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं, और उनकी टिप्पणियों के खिलाफ संसद में विरोध प्रदर्शन किया गया।
What's Your Reaction?