बीपीएससी आंदोलन पर लाठीचार्ज: पुलिस ने आरोपित शिक्षक को किया गिरफ्तार, प्रशांत किशोर ने छात्रों का किया समर्थन
बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) के छात्रों द्वारा परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ किए गए प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के बाद, आरोपित शिक्षक रोहित प्रियदर्शी को गिरफ्तार कर लिया गया। शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। रोहित प्रियदर्शी बीपीएससी अभ्यर्थी होने के साथ-साथ शिक्षक भी हैं, और उन्हें छात्रों को भड़काने का आरोप है। इस घटना के बाद पुलिस ने अन्य आरोपितों की पहचान भी शुरू कर दी है, जिनमें कुछ कोचिंग संचालक भी शामिल हैं।

पटना, 27 दिसंबर: बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) के छात्रों द्वारा परीक्षा में गड़बड़ी के खिलाफ किए गए प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के बाद, आरोपित शिक्षक रोहित प्रियदर्शी को गिरफ्तार कर लिया गया। शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। रोहित प्रियदर्शी बीपीएससी अभ्यर्थी होने के साथ-साथ शिक्षक भी हैं, और उन्हें छात्रों को भड़काने का आरोप है। इस घटना के बाद पुलिस ने अन्य आरोपितों की पहचान भी शुरू कर दी है, जिनमें कुछ कोचिंग संचालक भी शामिल हैं।
गर्दनीबाग थाना के थानेदार संजीव कुमार ने बताया कि इन कोचिंग संचालकों पर पुलिस की कड़ी नजर है, और उनकी सूची तैयार कर वरीय अधिकारियों को सौंप दी गई है। इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है।
फर्जी सूचना पर पुलिस चौकस
बीपीएससी अभ्यर्थियों द्वारा एनआईटी मोड़ पर धरना देने की सूचना मिलने के बाद पुलिस गुरुवार को चौकस हो गई थी। हालांकि, यह सूचना बाद में अफवाह साबित हुई, लेकिन पुलिस ने फिर भी अशोक राजपथ इलाके में अपनी चौकसी बढ़ा दी, जहां कई कोचिंग संस्थान संचालित हो रहे हैं।
इसके अलावा, पुलिस के पास उन मोबाइल नंबरों की जानकारी भी आई है, जिनसे अभ्यर्थियों को भड़काने के लिए संदेश भेजे गए थे। इन नंबरों की पहचान की जा रही है, और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्रशांत किशोर ने किया समर्थन
जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर (पीके) ने गुरुवार की शाम गर्दनीबाग में बीपीएससी अभ्यर्थियों से मुलाकात की। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे शुक्रवार दोपहर एक बजे उनके साथ मार्च करेंगे और इस मार्च में वे सबसे आगे रहेंगे। पीके ने यह भी कहा कि अगर पुलिस ने फिर से छात्रों पर लाठीचार्ज किया, तो वे खुद सबसे पहले लाठी खाएंगे।
विपक्षी नेताओं ने की कड़ी निंदा
बीपीएससी छात्रों पर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा विपक्षी दलों द्वारा की जा रही है। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और संसद सदस्य प्रियंका गांधी ने इस घटना को शर्मनाक और निंदनीय बताया।
राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में कहा, "हमने संसद में कहा था कि जिस तरह से एकलव्य का अंगूठा काटा गया, उसी तरह युवाओं का भविष्य उजाड़ा जा रहा है। बिहार में हो रही इस घटना से साफ है कि एनडीए सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए छात्रों पर लाठीचार्ज करवा रही है।" उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी छात्रों के साथ खड़ी है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
प्रियंका गांधी ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी, "हाथ जोड़ने वाले युवाओं पर लाठी चलाना क्रूरता की पराकाष्ठा है। भाजपा सरकार में, अगर युवा रोजगार की मांग करता है, तो उसे लाठियों से पीटा जाता है। यह शर्मनाक है कि रोजगार की मांग करने वाले युवाओं पर इस तरह का अत्याचार हो रहा है।"
बीपीएससी छात्रों का आंदोलन
बीपीएससी के छात्र 70वीं बैच की परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए इसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि परीक्षा में कई गड़बड़ियां हुईं, जिन्हें सरकार ने ठीक नहीं किया। छात्रों का विरोध प्रदर्शन बिहार के विभिन्न हिस्सों में जारी है, और वे इसे लेकर सरकार से उचित कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।
यह मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है, और विपक्षी दल छात्रों के समर्थन में आकर सरकार की नीतियों की आलोचना कर रहे हैं। वहीं, पुलिस और प्रशासन ने भी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अपनी कार्रवाई तेज कर दी है।
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