इंडियन ओवरसीज बैंक के लॉकर लूट कांड में पुलिस को बड़ी सफलता, बदमाश ढेर

इंडियन ओवरसीज बैंक के 42 लॉकर तोड़कर करोड़ों रुपये के जेवरात और नकद लूटने वाले गिरोह के एक बदमाश को पुलिस ने सोमवार देर रात हुई मुठभेड़ में ढेर कर दिया। यह मुठभेड़ क्राइम टीम और बदमाशों  के बीच हुई, जिसमें बदमाश सोबिंद कुमार को मार गिराया गया। पुलिस ने सोबिंद के पास से चार किलो सोना, दस किलो चांदी, 9.17 लाख रुपये और एक कार बरामद की है।

Dec 25, 2024 - 11:03
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इंडियन ओवरसीज बैंक के लॉकर लूट कांड में पुलिस को बड़ी सफलता, बदमाश ढेर

लखनऊ, 25 दिसंबर: इंडियन ओवरसीज बैंक के 42 लॉकर तोड़कर करोड़ों रुपये के जेवरात और नकद लूटने वाले गिरोह के एक बदमाश को पुलिस ने सोमवार देर रात हुई मुठभेड़ में ढेर कर दिया। यह मुठभेड़ क्राइम टीम और बदमाशों  के बीच हुई, जिसमें बदमाश सोबिंद कुमार को मार गिराया गया। पुलिस ने सोबिंद के पास से चार किलो सोना, दस किलो चांदी, 9.17 लाख रुपये और एक कार बरामद की है।

घटना के बाद पुलिस ने कहा कि सोबिंद के साथ मौजूद उसका साथी फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है। पुलिस को अब गिरोह के मास्टरमाइंड विपिन वर्मा की तलाश है, जो घटना का मुख्य आरोपी बताया जा रहा है। पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान यह भी सामने आया कि इस गिरोह के एक स्थानीय मददगार ने बैंक से जुड़ी जानकारी साझा की थी, जिससे यह लूट की योजना बनाई गई।

मुठभेड़ की पूरी कहानी

संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था (जेसीपी) अमित वर्मा ने बताया कि सोबिंद बिहार के मुंगेर जिले के असरगंज चारगांव पुरुषोत्तमपुर का रहने वाला था। सोमवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि सोबिंद जलसेतु तिराहे के पास निकलने वाला है, पुलिस ने बैरीकेटिंग लगाकर जांच शुरू कर दिया। पुलिस ने सोबिंद की कार को रोकने की कोशिश की, लेकिन बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दिया। जवाबी फायरिंग में सोबिंद घायल हो गया और बाद में उसे लोहिया अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने उसकी कार से भारी मात्रा में सोने-चांदी और नकद बरामद किए।

लॉकर कांड और पुलिस की मेहनत

लॉकर कांड में पुलिस को बड़ी सफलता तब मिली, जब जांच के दौरान 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की गई। इससे बदमाशों की पहचान करने में मदद मिली और पुलिस ने इंदिरानगर की ओर जाते समय उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए रास्तों की जांच की। पुलिस ने 6 टीमों को इस ऑपरेशन में लगाया था, और यह ऑपरेशन बहुत ही व्यवस्थित और रणनीतिक था।

पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि बैंक का अलार्म सिस्टम 14 दिसंबर से स्लीपिंग मोड में था, जिससे लूट की वारदात में आसानी हुई। बैंक के अधिकारियों के साथ मिलकर पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या अलार्म सिस्टम किसी तकनीकी कारण से नहीं बजा या इसे जानबूझकर खराब किया गया।

गिरोह के अन्य सदस्य गिरफ्तार

पुलिस ने अब तक इस कांड में तीन अन्य बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। इन बदमाशों का कनेक्शन सोबिंद और विपिन वर्मा के गिरोह से है। पुलिस ने इस मामले में गिरोह के सभी सदस्यों को पकड़ने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं और विपिन वर्मा की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें बनाई हैं।

पुलिस ने इस सफलता को एक बड़ी उपलब्धि बताया है और आशा जताई है कि बाकी बदमाशों को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।

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Prashant Singh Journalism Student University Of Lucknow.