शशि थरूर और कांग्रेस नेतृत्व के बीच बढ़ी नाराजगी, खुले तौर पर दिए बयान
कांग्रेस पार्टी के चार बार के सांसद शशि थरूर और पार्टी नेतृत्व के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हाल ही में राहुल गांधी से मुलाकात के बाद थरूर ने पार्टी में अपनी भूमिका को लेकर सवाल उठाए थे, लेकिन उन्हें राहुल गांधी से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला।

डिजिटल डेस्क, लखनऊ: कांग्रेस पार्टी के चार बार के सांसद शशि थरूर और पार्टी नेतृत्व के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हाल ही में राहुल गांधी से मुलाकात के बाद थरूर ने पार्टी में अपनी भूमिका को लेकर सवाल उठाए थे, लेकिन उन्हें राहुल गांधी से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। इस पर शशि थरूर नाराज हैं और अब उन्होंने पार्टी के अंदर अपनी स्थिति को लेकर खुलकर बात करनी शुरू कर दी है। थरूर का कहना है कि यदि पार्टी को उनकी जरूरत नहीं है तो उनके पास विकल्प मौजूद हैं।
अगर पार्टी को मेरी जरूरत नहीं, तो मेरे पास विकल्प हैं : थरूर
शशि थरूर ने अपनी हालिया बातचीत में कहा कि वह हमेशा पार्टी के लिए उपलब्ध रहे हैं, लेकिन अगर पार्टी को उनकी आवश्यकता नहीं है तो उनके पास कई विकल्प हैं। थरूर का यह बयान पार्टी के भीतर एक नई हलचल पैदा कर गया है। कांग्रेस के खिलाफ रहने वाले मतदाताओं से भी उन्होंने वोट हासिल किए हैं, और यह बात वे तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से सांसद रहने के दौरान देख चुके हैं।
केरल में कांग्रेस को अपनी रणनीति बदलने की जरूरत
थरूर ने केरल में कांग्रेस के भविष्य पर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सिर्फ अपने पारंपरिक मतदाताओं से हटकर अन्य लोगों को भी अपनी ओर खींचने की जरूरत है। थरूर ने तिरुवनंतपुरम में अपनी लोकप्रियता का उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी अपील के कारण कांग्रेस के खिलाफ रहने वाले लोग भी उन्हें वोट देते हैं। उनका मानना है कि अगर कांग्रेस ने इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया तो आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को तीसरी बार विपक्ष में बैठने का सामना करना पड़ेगा।
पीएम मोदी और केरल सरकार की तारीफ पर विवाद
शशि थरूर ने हाल ही में पीएम मोदी और केरल की पिनाराई विजयन सरकार की तारीफ की थी, जिससे कांग्रेस में विवाद उठ गया था। थरूर ने इस पर खुलकर अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि वह हमेशा निडरता से अपने विचार रखते हैं और कभी संकीर्ण राजनीतिक दृष्टिकोण नहीं अपनाते। थरूर का कहना है कि अगर वह विपक्षी सरकारों या प्रधानमंत्री की अच्छी पहल की तारीफ करते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं कि वह अपनी पार्टी के खिलाफ हैं। उनका मानना है कि एक नेता के रूप में यह उनका कर्तव्य है कि वह सकारात्मक पहल की सराहना करें।
2024 चुनाव और कांग्रेस का भविष्य
शशि थरूर ने कांग्रेस की वर्तमान स्थिति पर भी विचार किया और कहा कि पार्टी को अपनी रणनीति में बदलाव लाना होगा। 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद कांग्रेस ने लगातार विधानसभा चुनावों में हार का सामना किया है, और अगर इस दिशा में सुधार नहीं हुआ, तो कांग्रेस को अगले विधानसभा चुनाव में भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 2026 में केरल विधानसभा चुनाव होने हैं, और कांग्रेस के लिए यह एक बड़ी चुनौती होगी।
शशि थरूर का बयान कांग्रेस पार्टी और उनके भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े करता है। उनके द्वारा राहुल गांधी से मिले जवाब और पार्टी की वर्तमान स्थिति पर उठाए गए सवाल अब कांग्रेस नेतृत्व के लिए चिंता का विषय बन गए हैं। अब यह देखना होगा कि शशि थरूर अपनी बातों के बाद कांग्रेस में अपनी स्थिति को लेकर किस दिशा में कदम बढ़ाते हैं और क्या पार्टी अपनी रणनीति में बदलाव करती है।
What's Your Reaction?






