Lucknow-Kanpur Expressway: कबसे शुरू हो रहा लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे? अब इतने समय में पहुंचेंगे लखनऊ से कानपुर...

लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे की शुरूआत जल्द ही होने वाली है और इसके शुरू होते ही गहरू चौराहे पर जाम की समस्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में तेजी से काम हो रहा है, और जून 2025 तक इसे चालू किए जाने की संभावना है। हालांकि, इस परियोजना की सफलता के लिए जाम की समस्या पर ध्यान देना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे यात्रा समय में वृद्धि हो सकती है और शहर की यातायात व्यवस्था पर दबाव बढ़ सकता है।

Feb 10, 2025 - 16:44
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Lucknow-Kanpur Expressway: कबसे शुरू हो रहा लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे? अब इतने समय में पहुंचेंगे लखनऊ से कानपुर...
एक्सप्रेसवे शुरू होने से यात्रियों को मिलेगी राहत

लखनऊ: लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे की शुरूआत जल्द ही होने वाली है और इसके शुरू होते ही गहरू चौराहे पर जाम की समस्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में तेजी से काम हो रहा है, और जून 2025 तक इसे चालू किए जाने की संभावना है। हालांकि, इस परियोजना की सफलता के लिए जाम की समस्या पर ध्यान देना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे यात्रा समय में वृद्धि हो सकती है और शहर की यातायात व्यवस्था पर दबाव बढ़ सकता है।

गहरू चौराहे पर जाम की संभावना

गहरू चौराहा लखनऊ का एक प्रमुख जंक्शन है, जहां से कई प्रमुख मार्ग जुड़े हुए हैं। लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन होते ही, यह चौराहा और भी व्यस्त हो सकता है। वर्तमान में दही चौकी से डायवर्ट होने वाले वाहन सीधे राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रवेश करेंगे, जिससे यहां यातायात की समस्या बढ़ सकती है। इसके साथ ही, एलीवेटेड रोड और नीचे पुराने लखनऊ-उन्नाव-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच की दूरी भी इस समस्या को और गंभीर बना सकती है।

आउटर रिंग रोड और पिपरसंड मार्ग से आने वाली वाहनों की भीड़ इसी जंक्शन पर पहुंचने से ट्रैफिक लोड और बढ़ने की संभावना है। ट्रैफिक इंजीनियरों का मानना है कि गहरू चौराहे पर जाम लगना निश्चित है, लेकिन इसके लिए अभी तक कोई ठोस रणनीति तैयार नहीं की गई है।

जून में शुरू हो सकता है लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे

लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे की योजना है कि इसे जून 2025 में खोल दिया जाए। इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से लखनऊ और कानपुर के बीच यात्रा का समय लगभग 35 मिनट तक घट सकता है, लेकिन इसके साथ ही यातायात की समस्या भी बढ़ सकती है। आउटर रिंग रोड पर वाहनों की संख्या में 20 से 30 प्रतिशत वृद्धि होने की संभावना है, जिससे गहरू चौराहे पर ट्रैफिक जाम और बढ़ सकता है। इस स्थिति में, गहरू चौराहा आलमबाग के अवध चौराहे की तरह व्यस्त हो सकता है, जहां जाम के कारण यातायात की स्थिति बिगड़ सकती है।

सीसीटीवी और ट्रैफिक नियंत्रण उपाय

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने राजधानी के चारों ओर 105 किलोमीटर लंबी आउटर रिंग रोड का निर्माण किया है, जो सीसीटीवी कैमरों से लैस होगी। इसके साथ ही, ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकगनाइजेशन (एएनपीआर) तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा। माती क्षेत्र में पुलिस चौकी और प्राथमिक उपचार की सुविधा भी बढ़ाई जा रही है। लेकिन, गहरू चौराहे पर ट्रैफिक जाम की समस्या को लेकर अभी तक कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई है।

वाहनों की बढ़ती संख्या और भविष्य में संभावनाएं

लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ-साथ, रिंग रोड पर भी वाहनों की संख्या में वृद्धि हो रही है। इसके अलावा, जहां-जहां रिंग रोड मुख्य मार्गों से जुड़ रही है, वहां ट्रैफिक लोड बढ़ने की संभावना है। इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए, एनएचएआइ ने कई सुधारों पर काम किया है, लेकिन गहरू चौराहे पर यातायात की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए और रणनीतियों की जरूरत है।

क्या 35 मिनट में पूरा होगा सफर?

लखनऊ से कानपुर का सफर पहले के मुकाबले तेज़ होने की संभावना है, लेकिन अगर ट्रैफिक जाम की समस्या सुलझाई नहीं जाती, तो समय में वृद्धि हो सकती है। हालांकि, लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे की कार्यप्रणाली और रिंग रोड के विकास से यात्रा समय में सुधार की उम्मीद है। लेकिन ट्रैफिक की बढ़ती संख्या और जाम की समस्या को लेकर अनिश्चितताएं अभी भी बनी हुई हैं।

लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के साथ लखनऊ के गहरू चौराहे पर जाम की समस्या एक गंभीर चुनौती बन सकती है। इस समस्या से निपटने के लिए अभी तक कोई ठोस रणनीति तैयार नहीं की गई है, और इसके समाधान के लिए और उपायों की आवश्यकता है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) को जल्द ही इस समस्या को हल करने के लिए सक्रिय कदम उठाने होंगे, ताकि एक्सप्रेसवे का उद्घाटन सफलतापूर्वक हो सके और यातायात व्यवस्था भी सुचारू रूप से चल सके।

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Prashant Singh Journalism Student University Of Lucknow.