लखनऊ, 1जनवरी: अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने गुरुवार को एक विशेष बैठक में अपने संगठन की स्थिति स्पष्ट करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक पल्लवी पटेल द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का मुंहतोड़ जवाब दिया। पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी षड्यंत्रों से डरने वाली नहीं है और सभी आरोपों का जवाब संगठन की ताकत से दिया जाएगा।
पल्लवी पटेल के आरोपों पर अनुप्रिया का पलटवार
पल्लवी पटेल, जो खुद सपा विधायक हैं, ने हाल ही में आरोप लगाए थे कि पॉलीटेक्निक संस्थानों में नियमों के खिलाफ विभागाध्यक्ष पदों पर की गई पदोन्नति में भ्रष्टाचार हुआ है। उनके इन आरोपों पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि यह सिर्फ एक षड्यंत्र है और उनकी पार्टी किसी भी तरह के षड्यंत्र से घबराने वाली नहीं है। अनुप्रिया ने कहा, “इस साजिश के पीछे कौन है, यह हमारे कार्यकर्ताओं को अच्छी तरह से पता है। हम इसका जवाब संगठन की ताकत से देंगे।”
शासन सत्ता पर कार्यकारी अध्यक्ष का हमला
इस बैठक के दौरान पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने भी अपने आक्रामक रुख का प्रदर्शन किया। उन्होंने खुलकर शासन सत्ता पर हमला करते हुए कहा कि पल्लवी पटेल का उद्देश्य बीजेपी में शामिल होकर सत्ता तक पहुंचने का रास्ता तैयार करना है। उन्होंने कहा, “धरने की राजनीति के पीछे मास्टर पल्लवी किस तरह बीजेपी जॉइन कर लें, इसके लिए रास्ता बना रही हैं। मेरी छवि को धूमिल करके और झूठे आरोप लगाकर सत्ता के करीब पहुंचने की कोशिश गलत है।”
पल्लवी पटेल पर सीधा निशाना
अनुप्रिया पटेल ने सपा विधायक पल्लवी पटेल को सीधे निशाने पर लेते हुए कहा कि वह जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद कर देती हैं। अनुप्रिया ने यह भी कहा कि पल्लवी पटेल यदि भाजपा को अपना नेता मानती हैं और पार्टी जॉइन करती हैं, तो उनका स्वागत है। "लेकिन सत्ता के करीब पहुंचने के लिए अपनी छवि को धूमिल करना और झूठे आरोप लगाना ठीक नहीं है," अनुप्रिया ने कहा। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी जोड़ा कि एक पार्टी पहले ही पल्लवी पटेल से धोखा खा चुकी है।
आगे की रणनीति और पार्टी की स्थिति
अपना दल (एस) ने इस बैठक के दौरान यह स्पष्ट किया कि उनका संगठन किसी भी राजनीतिक हमले से विचलित नहीं होगा। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने कहा कि चाहे जो भी आरोप लगाए जाएं, पार्टी अपने काम में लगी रहेगी और जनता के विश्वास को कायम रखेगी। उनका कहना था कि किसी भी राजनीति में व्यक्तिगत हमलों से संगठन की ताकत कमजोर नहीं होगी और पार्टी कार्यकर्ताओं को मजबूती से उनके साथ खड़ा रहेगा।
इस विशेष बैठक में अनुप्रिया पटेल और उनके समर्थकों ने एकजुट होकर यह संदेश दिया कि उनके खिलाफ किसी भी तरह के प्रयास को सफल नहीं होने दिया जाएगा। उनकी पार्टी एक सशक्त राजनीतिक शक्ति बनी रहेगी, जो भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ खड़ी है।
राजनीतिक संघर्ष की नई दिशा
पल्लवी पटेल के आरोपों और अनुप्रिया पटेल की कड़ी प्रतिक्रिया ने बिहार और उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नई दिशा और हलचल पैदा कर दी है। जहां एक ओर अनुप्रिया पटेल ने यह संकेत दिया कि उनकी पार्टी विरोधियों के आरोपों का सामना करके मजबूत होगी, वहीं पल्लवी पटेल पर आरोप भी लगाए गए कि वह सत्ता की राजनीति के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद और आरोप-प्रत्यारोप किस दिशा में जाते हैं और दोनों पार्टियों के बीच राजनीतिक समीकरण किस रूप में बदलते हैं।