नई दिल्ली, 19 जनवरी: नई दिल्ली में शनिवार को हुए कथित हमले के एक दिन बाद, आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने रविवार को भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली ने कभी ऐसा प्रचार नहीं देखा, जिसमें एक पूर्व मुख्यमंत्री पर जानलेवा हमले का प्रयास किया गया हो। केजरीवाल ने भाजपा के प्रचार शैली पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह के हमले उस पार्टी की हार को दर्शाते हैं, जो चुनावी मैदान में बुरी तरह से असफल हो रही है।
केजरीवाल पर हमले का आरोप
आप ने आरोप लगाया कि भाजपा के उम्मीदवार परवेश वर्मा के "गुंडों" ने शनिवार को नई दिल्ली क्षेत्र में प्रचार करते हुए केजरीवाल पर हमला किया। पार्टी ने यह भी दावा किया कि केजरीवाल की सुरक्षा से जुड़े सभी नियमों को नजरअंदाज करते हुए यह हमला किया गया, जिससे यह घटना और भी गंभीर हो गई।
दिल्ली ने पहले कभी ऐसा प्रचार नहीं देखा
अरविंद केजरीवाल ने भाजपा द्वारा प्रचार के दौरान की गई हिंसा की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, "दिल्ली के लोगों ने कभी ऐसा प्रचार और हिंसा नहीं देखी, जिसमें किसी पूर्व मुख्यमंत्री पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की गई हो। यह उनके प्रचार का तरीका है, क्योंकि वे बुरी तरह हार रहे हैं।" केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा अपनी हार को छुपाने के लिए ऐसी हिंसक घटनाओं का सहारा ले रही है।
वर्मा के बयान पर प्रतिक्रिया
नई दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार परवेश वर्मा ने हाल ही में दावा किया था कि अरविंद केजरीवाल इस सीट से 20,000 वोटों से हारेंगे। केजरीवाल ने इस बयान का मजाक उड़ाते हुए मीडिया से कहा, "उन्हें कुछ दिन सपनों में जीने दीजिए।" केजरीवाल ने यह भी कहा कि वर्मा के बयान का कोई महत्व नहीं है और दिल्ली की जनता उनकी पार्टी की ओर देख रही है।
प्रधानमंत्री को पत्र और आवास योजना का प्रस्ताव
केजरीवाल ने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखने की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि पत्र में उन्होंने केंद्र से जमीन मुहैया कराने का प्रस्ताव दिया है, ताकि दिल्ली सरकार सरकारी कर्मचारियों के लिए आवास बना सके। केजरीवाल ने कहा कि इस योजना को पहले सफाई कर्मचारियों के लिए लागू किया जा सकता है और बाद में अन्य सरकारी कर्मचारियों को आसान शर्तों पर घर उपलब्ध कराया जा सकता है।
अरविंद केजरीवाल के बयान ने दिल्ली में चल रहे चुनाव प्रचार के बीच एक नया मोड़ ले लिया है। उन्होंने भाजपा पर हिंसा और प्रचार की गलत तरीकों का आरोप लगाया और भाजपा के प्रचार शैली को अस्वीकार किया। साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली सरकार के लिए आवास योजना के संदर्भ में समर्थन की अपील की। अब देखना यह होगा कि चुनावी माहौल में यह आरोप-प्रत्यारोप किस दिशा में असर डालते हैं।