असम: दीमा हसाओ जिले में अवैध रैट-होल कोयला खदान में फंसे खनिकों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान चौथे दिन भी जारी

असम के दीमा हसाओ जिले में एक अवैध रैट-होल कोयला खदान के अंदर फंसे खनिकों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान चौथे दिन भी जारी रहा। राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के जवानों ने खनिकों को बचाने के लिए लगातार प्रयास किए, लेकिन अभी तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।

Jan 9, 2025 - 13:50
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असम: दीमा हसाओ जिले में अवैध रैट-होल कोयला खदान में फंसे खनिकों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान चौथे दिन भी जारी
असम, 09 जनवरी: असम के दीमा हसाओ जिले में एक अवैध रैट-होल कोयला खदान के अंदर फंसे खनिकों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान चौथे दिन भी जारी रहा। राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के जवानों ने खनिकों को बचाने के लिए लगातार प्रयास किए, लेकिन अभी तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।

बचाव अभियान का चौथा दिन

गुरुवार को, दीमा हसाओ जिले के एक अवैध रैट-होल कोयला खदान में फंसे खनिकों को बचाने के लिए चल रहे अभियान में कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हुई है। अधिकारी ने बताया कि गुरुवार की सुबह तलाशी अभियान फिर से शुरू किया गया और रिमोट से संचालित वाहन (आरओवी) को पानी से भरे हुए शाफ्ट के अंदर भेजा गया, ताकि खनिकों के बारे में जानकारी जुटाई जा सके।

रिमोट से संचालित वाहन (आरओवी) की चुनौती

अधिकारियों ने बताया कि आरओवी को भेजे जाने के बावजूद, अभी तक कुछ भी ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है। आरओवी खदान के भीतर की गहरी और पानी से भरी शाफ्ट में घुसने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अत्यधिक कठिन परिस्थितियों के कारण उसकी कोशिशें विफल हो रही हैं। खदान के अंदर का पानी पूरी तरह से काला हो गया है, जिससे आरओवी को दृश्यता की समस्या हो रही है और कोई स्पष्ट खोज संभव नहीं हो पा रही है।

अत्यधिक कठिन परिस्थितियां

अधिकारियों ने इस बचाव अभियान को अत्यधिक चुनौतीपूर्ण बताया है। खदान के भीतर की परिस्थितियां बेहद प्रतिकूल हैं, जिसमें पानी का भराव, अंधेरा और गंदगी शामिल है। इसके कारण बचाव कार्यों में समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, और खनिकों का पता लगाने में मुश्किलें आ रही हैं। बावजूद इसके, राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के जवान अपने प्रयासों को जारी रखे हुए हैं।

नक्सली गतिविधियों का संदेह
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, यह खदान अवैध रूप से संचालित हो रही थी, और संभावना जताई जा रही है कि नक्सलियों का इसमें हाथ हो सकता है। हालांकि, इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन खदान के अंदर की खतरनाक परिस्थितियों और अवैध खनन की वजह से यह घटना और भी गंभीर हो गई है।

बचाव कार्यों में राज्य और केंद्रीय एजेंसियों का सहयोग
बचाव अभियान में असम पुलिस, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल), और अन्य केंद्रीय एजेंसियां सक्रिय रूप से शामिल हैं। ये एजेंसियां लगातार खनिकों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं, लेकिन जिस तरह से स्थिति बिगड़ रही है, उससे यह अभियान और भी चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है।

असम के दीमा हसाओ जिले में अवैध रैट-होल कोयला खदान के अंदर फंसे खनिकों के बचाव के लिए अभियान चौथे दिन भी जारी है, लेकिन पानी से भरी गहरी शाफ्ट और अंधेरे के कारण बचाव कार्यों में कठिनाई आ रही है। राज्य और केंद्रीय एजेंसियों की टीमें लगातार मौके पर मौजूद हैं और खनिकों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन इस घटना से अवैध खनन और सुरक्षा उपायों की गंभीरता पर सवाल उठ रहे हैं।

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Prashant Singh Journalism Student University Of Lucknow.