केंद्रीय बजट 2025 में गिग वर्करों के लिए बड़ा ऐलान, सरकार ने दी सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ

भारत में ऑनलाइन कंपनियों के विस्तार के साथ गिग वर्कर्स की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। इन कर्मचारियों की बढ़ती संख्या के बीच, सरकार ने केंद्रीय बजट 2025 में गिग वर्करों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने का ऐलान किया है। अब से गिग वर्करों को ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा, और उन्हें एक पहचान पत्र भी जारी किया जाएगा। इसके अलावा, इन कर्मचारियों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के अंतर्गत स्वास्थ्य बीमा का लाभ भी मिलेगा।

Feb 1, 2025 - 17:20
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केंद्रीय बजट 2025 में गिग वर्करों के लिए बड़ा ऐलान, सरकार ने दी सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ

दिल्ली: भारत में ऑनलाइन कंपनियों के विस्तार के साथ गिग वर्कर्स की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। इन कर्मचारियों की बढ़ती संख्या के बीच, सरकार ने केंद्रीय बजट 2025 में गिग वर्करों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने का ऐलान किया है। अब से गिग वर्करों को ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा, और उन्हें एक पहचान पत्र भी जारी किया जाएगा। इसके अलावा, इन कर्मचारियों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के अंतर्गत स्वास्थ्य बीमा का लाभ भी मिलेगा।

गिग वर्कर कौन होते हैं?

गिग वर्कर वे लोग होते हैं जो अस्थायी या अनुबंधित आधार पर काम करते हैं, और इनका काम ज्यादातर ठेकेदार या ऑनलाइन कंपनियों के माध्यम से होता है। गिग वर्कर किसी लंबी अवधि के लिए स्थायी कर्मचारी नहीं होते, बल्कि वे विभिन्न परियोजनाओं या सेवाओं के लिए काम करते हैं।

भारत में गिग वर्कर्स की संख्या में हाल के वर्षों में काफी वृद्धि हुई है, खासकर ऑनलाइन कंपनियों और प्लेटफॉर्म्स के बढ़ते चलन के साथ। डिलीवरी बॉय, कैब ड्राइवर, फ्रीलांसर, और अस्थायी कर्मचारियों को गिग वर्कर की श्रेणी में रखा जाता है। यह कर्मचारी कंपनियों के साथ अनुबंध करके काम करते हैं, लेकिन उन्हें स्थायी नौकरी के रूप में कोई निश्चित लाभ, जैसे पेंशन, छुट्टियां, और अन्य श्रमिक अधिकार नहीं मिलते। यही वजह रही है कि इन गिग वर्करों की सामाजिक सुरक्षा हमेशा चर्चा में रही है।

सरकार का ऐलान: गिग वर्करों को मिलेगी सामाजिक सुरक्षा

केंद्रीय बजट 2025 में सरकार ने गिग वर्करों के लिए एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। सरकार ने घोषणा की है कि गिग वर्करों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में शामिल किया जाएगा। इसके तहत:

ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन: गिग वर्करों को अब ई-श्रम पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा, जो कि उनकी सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेगा।


पहचान पत्र जारी: सरकार गिग वर्करों को पहचान पत्र भी प्रदान करेगी, जिससे उनकी पहचान और रोजगार की स्थिति का निर्धारण आसान होगा।
स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ: इन गिग वर्करों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के तहत स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा, जिससे वे अपने और अपने परिवार के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।


क्या है प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना?

प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, जिसे 'आयुष्मान भारत' भी कहा जाता है, भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना है। इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है। यह योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है, और इसके तहत लाभार्थी अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
इसके अंतर्गत अस्पतालों में इलाज के दौरान होने वाले खर्चे को कवर किया जाता है, जो गरीब और निम्न-आय वर्ग के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

गिग वर्करों के लिए सामाजिक सुरक्षा का महत्व

गिग वर्कर्स के लिए यह बदलाव बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि अब तक इन्हें बहुत कम या कोई सामाजिक सुरक्षा कवरेज नहीं मिलता था। जैसे कि स्थायी कर्मचारियों को पेंशन, चिकित्सा लाभ, और अन्य श्रमिक अधिकार मिलते हैं, वैसे ही गिग वर्करों के लिए अब ये सुविधाएं मिलेंगी।

विशेषज्ञों के मुताबिक, गिग वर्करों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उनके जीवनस्तर को बेहतर बनाने में मदद करेगा। यह कदम श्रमिकों को मानसिक और शारीरिक सुरक्षा प्रदान करेगा, जो कि भविष्य में उनकी उत्पादकता और कार्यों में सुधार लाने में सहायक हो सकता है।

आगे की राह

केंद्रीय बजट 2025 का यह ऐलान गिग वर्कर्स को उनके अधिकारों और सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, इसे लागू करने में कुछ समय लग सकता है और इसकी निगरानी भी जरूरी होगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गिग वर्कर सही तरीके से इसका लाभ उठा सकें। सरकार को इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने की भी जरूरत होगी, ताकि गिग वर्कर ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्टर कर सकें और योजनाओं का सही लाभ उठा सकें।

यह कदम निश्चित रूप से गिग वर्करों के लिए एक उम्मीद की किरण साबित होगा और उन्हें भविष्य में अधिक स्थिरता और सुरक्षा का अहसास होगा।

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Prashant Singh Journalism Student University Of Lucknow.