महाकुंभ 2025 में अभूतपूर्व सुरक्षा उपाय: अंडरवाटर और हवाई ड्रोन की तैनाती

उत्तर प्रदेश में आगामी महाकुंभ 2025 के लिए सुरक्षा के अभूतपूर्व उपायों की घोषणा की गई है। अधिकारियों ने बताया कि इस बार महाकुंभ में सुरक्षा के लिए पानी के अंदर 100 मीटर और जमीन से 120 मीटर ऊपर निगरानी करने में सक्षम ड्रोन तैनात किए जाएंगे। इस कदम को महाकुंभ में सुरक्षा को और मजबूत बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, जहां 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

Dec 29, 2024 - 12:38
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महाकुंभ 2025 में अभूतपूर्व सुरक्षा उपाय: अंडरवाटर और हवाई ड्रोन की तैनाती

प्रयागराज, 29 दिसंबर: उत्तर प्रदेश में आगामी महाकुंभ 2025 के लिए सुरक्षा के अभूतपूर्व उपायों की घोषणा की गई है। अधिकारियों ने बताया कि इस बार महाकुंभ में सुरक्षा के लिए पानी के अंदर 100 मीटर और जमीन से 120 मीटर ऊपर निगरानी करने में सक्षम ड्रोन तैनात किए जाएंगे। इस कदम को महाकुंभ में सुरक्षा को और मजबूत बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, जहां 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

अंडरवाटर ड्रोन की तैनाती

उत्तर प्रदेश के लिए यह पहला अवसर होगा जब संगम क्षेत्र में अंडरवाटर ड्रोन तैनात किए जाएंगे। इन ड्रोन का उद्देश्य संगम में हो रहे धार्मिक अनुष्ठानों और स्नानों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। अंडरवाटर ड्रोन पानी के नीचे भी निगरानी रखेंगे, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को समय रहते रोका जा सके। इन ड्रोन की तैनाती से न सिर्फ सुरक्षा बलों को मदद मिलेगी, बल्कि श्रद्धालुओं को भी सुरक्षित महसूस होगा।

आसमान में ड्रोन की निगरानी

संगम के आसमान में भी पहली बार बंधे ड्रोन उड़ान भरेंगे। 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक चलने वाले महाकुंभ के दौरान यह ड्रोन आसमान में निगरानी करेंगे, जिससे श्रद्धालुओं की भीड़, सार्वजनिक स्थानों और महत्वपूर्ण क्षेत्रों की सुरक्षा की निगरानी की जाएगी। इन ड्रोन की मदद से किसी भी तरह की अव्यवस्था, अनुशासनहीनता या असामान्य गतिविधियों का त्वरित पता लगाया जा सकेगा।

सुरक्षा की नई दिशा

महाकुंभ एक विशाल धार्मिक आयोजन है, जिसमें देशभर से लाखों लोग आते हैं। सुरक्षा की दृष्टि से इसे एक चुनौतीपूर्ण कार्य माना जाता है, और इस बार सुरक्षा में आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। अंडरवाटर और हवाई ड्रोन की तैनाती से न केवल भीड़ पर निगरानी रखी जाएगी, बल्कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि का तत्काल पता भी चल सकेगा।

श्रद्धालुओं के लिए एक सुरक्षित आयोजन

महाकुंभ 2025 के आयोजकों का कहना है कि यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से सुरक्षित होगा। ड्रोन और अन्य आधुनिक तकनीकी उपकरणों की मदद से अधिकारियों को हर पल की जानकारी मिल सकेगी, जिससे सुरक्षा को और मजबूत किया जा सकेगा।

इस वर्ष का महाकुंभ सुरक्षा उपायों के मामले में नया मानक स्थापित करेगा और श्रद्धालुओं को विश्वास दिलाएगा कि वे एक सुरक्षित वातावरण में अपने धार्मिक कर्तव्यों को निभा सकेंगे।

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Prashant Singh Journalism Student University Of Lucknow.