संसद में अंबेडकर विवाद: विपक्ष और सत्तापक्ष के सांसदों के बीच हिंसक टकराव
गुरुवार को संसद भवन के मकर द्वार पर सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्षी इंडिया ब्लॉक के सांसदों के बीच एक विवादित स्थिति पैदा हो गई। दोनों पक्षों के बीच अंबेडकर पर विवादित टिप्पणियों को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन हुआ, जिससे धक्का-मुक्की भी हुई। इस झड़प के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रताप सारंगी को धक्का दिया, जिसके कारण उनको चोट लगी।
नई दिल्ली, 19 दिसंबर: गुरुवार को संसद भवन के मकर द्वार पर सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्षी इंडिया ब्लॉक के सांसदों के बीच एक विवादित स्थिति पैदा हो गई। दोनों पक्षों के बीच अंबेडकर पर विवादित टिप्पणियों को लेकर भारी विरोध प्रदर्शन हुआ, जिससे धक्का-मुक्की भी हुई। इस झड़प के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रताप सारंगी को धक्का दिया, जिसके कारण उनको चोट लगी।
भा.ज.पा. और विपक्षी सांसदों के बीच हुआ शारीरिक संघर्ष
जैसे ही इंडिया ब्लॉक के सांसद अंबेडकर से जुड़े मुद्दों पर विरोध कर रहे थे, बीजेपी सांसदों ने उनका विरोध किया। जिसके कारण दोनों पक्षों के बीच नारेबाजी और धक्का-मुक्की हुई। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने एक बुजुर्ग सांसद को धक्का दिया, जिससे वह गिर गए और घायल हो गए। इस पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने जवाब दिया कि जब वह संसद में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे तब भाजपा सांसदों ने उन्हें धक्का दिया और धमकी भी दी ।
विपक्ष ने अमित शाह के खिलाफ इस्तीफे की मांग की
इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने अंबेडकर के प्रति भारतीय जनता पार्टी के गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और उनके इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस, डीएमके, राजद, सपा, वामपंथी दल और राकांपा के सांसदों ने अंबेडकर से संबंधित नीले रंग के कपड़े पहनकर संसद में विरोध किया। उनके हाथों में तख्तियां थीं जिन पर लिखा था "जय भीम", "मैं भी अंबेडकर", और "अमित शाह माफी मांगो"। विपक्षी सांसदों ने अंबेडकर की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया और फिर संसद परिसर में मार्च निकाला।
संसद की कार्यवाही स्थगित, हंगामे के कारण दोनों सदन स्थगित
बीजेपी और विपक्षी दलों के बीच लगातार हंगामा और नारेबाजी के कारण संसद की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। दोनों सदनों में शोर-शराबे के बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को बाधित किया गया। विपक्षी दलों ने अमित शाह से अंबेडकर के खिलाफ की गई उनकी टिप्पणियों के लिए माफी की मांग की। इसके बाद, भाजपा के नेताओं ने शाह के बचाव में बयान दिए, जबकि विपक्षी नेताओं ने सरकार को संविधान के निर्माता का अपमान करने का दोषी ठहराया।
टीएमसी और अन्य विपक्षी दलों ने शाह के खिलाफ प्रस्ताव दिया
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद डेरेक ओ'ब्रायन ने राज्यसभा में विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने का नोटिस दिया, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह के बयान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। शाह ने अपने बयान में कहा था कि अगर कांग्रेस नेता भगवान के बजाय अंबेडकर का नाम लेते, तो उन्हें स्वर्ग में स्थान मिलता। इस पर विपक्षी सांसदों ने गहनआपत्ति जताई और उनकी आलोचना की।
दिल्ली और अन्य राज्यों में भी विरोध प्रदर्शन
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में सैकड़ों समर्थक भाजपा कार्यालय के बाहर जमा हुए और "अमित शाह माफी मांगो" के नारे लगाए। इसके अलावा महाराष्ट्र, बिहार और तमिलनाडु सहित अन्य राज्यों में भी विरोध प्रदर्शन हुए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी, डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और राजद नेता तेजस्वी यादव ने शाह के बयान की निंदा की और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
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