महाकुंभ में बम धमाके की धमकी देने वाला नाबालिग छात्र बिहार के पूर्णिया से गिरफ्तार
विश्व प्रसिद्ध महाकुंभ में बम धमाके की धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने बिहार के पूर्णिया जिले से गिरफ्तार कर लिया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी 11वीं कक्षा का छात्र है और उसने अपने दोस्त से विवाद के चलते इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी बनाई थी। धमकी देने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और अब उसे प्रयागराज लाया जा रहा है, जहां उससे विस्तृत पूछताछ की जाएगी।

धमकी का मामला और वायरल स्क्रीन शॉट
31 दिसंबर को इंटरनेट मीडिया पर एक स्क्रीन शॉट वायरल हुआ, जिसमें इंस्टाग्राम पर बने एक अकाउंट "नसर कट्टर मियां" के जरिए महाकुंभ में बम धमाके की धमकी दी गई थी। इस अकाउंट के यूजर को नसर पठान के नाम से पहचाना गया। इसके साथ ही हिंदुओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां भी की गई थीं, जो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गईं। इस मामले ने पुलिस अधिकारियों को सतर्क किया और उन्होंने मामले का संज्ञान लिया।
पुलिस कार्रवाई और एफआईआर की प्रक्रिया
पुलिस अधिकारियों को स्क्रीन शॉट मिलने के बाद मामले की जांच शुरू की गई। कोतवाली के इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार शर्मा की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई और मामले की विवेचना साइबर थाना प्रभारी अखिलेश मौर्या को सौंप दी गई। जांच में यह पाया गया कि इंस्टाग्राम आईडी के माध्यम से की गई धमकी वास्तविक थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की।
तकनीकी जांच और गिरफ्तारी
पुलिस ने आईपी एड्रेस और अन्य तकनीकी उपायों का इस्तेमाल करके धमकी देने वाले आरोपी को ट्रेस किया। आरोपी की पहचान बिहार के पूर्णिया जिले के निवासी के रूप में हुई। महाकुंभ पुलिस ने पूर्णिया में घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार किया। महाकुंभ के एसएसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि आरोपी नाबालिग है और वह 11वीं कक्षा का छात्र है।
साइबर अपराध और फर्जी वेबसाइटों का मामला
महाकुंभ में बम धमाके की धमकी देने के अलावा, साइबर अपराध से संबंधित एक और बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने महाकुंभ की फर्जी वेबसाइटें बनाकर तीर्थ यात्रियों से ठगी करने के आरोप में दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया था। इन साइबर अपराधियों ने महाकुंभ की चार फर्जी वेबसाइटों के जरिए लगभग 45 लोगों से ऑनलाइन ठगी की थी। पुलिस इन दोनों से पूछताछ कर रही है और मामले की गहन जांच जारी है।
पुलिस की सतर्कता और कार्रवाई
प्रयागराज पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा और निगरानी की प्रक्रिया को सख्त किया है। एसएसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजन को प्रभावित करने वाली किसी भी घटना से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है।
इस घटना ने महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था और साइबर अपराधों के प्रति पुलिस की सतर्कता को फिर से उजागर किया है। पुलिस अधिकारियों ने यह भी चेतावनी दी है कि इस तरह के अपराधों में संलिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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